Bangladeshi Deportation: दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन लगातार जारी है. पुलिस ने गुरुवार (2 जनवरी) को वसंत कुंज थाना इलाके से एक और बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद बबलू को गिरफ्तार किया. वह ढाका के दीमरा गांव का निवासी है. पुलिस के अनुसार बबलू अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा था और उसे दिल्ली पुलिस ने एफआरआरओ (Foreign Regional Registration Office) की मदद से डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ये गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की बांग्लादेश सेल की ओर से की गई है, जो अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.


दिल्ली पुलिस ने पिछले तीन दिनों में 30 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. ये सभी लोग दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे और पुलिस ने इन्हें डिटेंशन सेंटर में भेजा जहां उनकी पहचान और दस्तावेजों की जांच की गई. इन सभी को बाद में डिपोर्ट कर दिया गया है. पुलिस का कहना है कि बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ ये अभियान तेज किया गया है ताकि अवैध प्रवासियों की संख्या को कम किया जा सके और दिल्ली की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके.


बांग्लादेशियों की डिपोर्टेशन प्रक्रिया


दिल्ली पुलिस की ओर से पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों की डिपोर्टेशन प्रक्रिया बहुत ही संगठित और नियंत्रित होती है. जब पुलिस संदिग्ध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार करती है तो उनके डॉक्यूमेंट्स और पते की पुष्टि की जाती है. इसके बाद एफआरआरओ यूनिट ये कन्फर्म करती है कि ये व्यक्ति बांग्लादेशी नागरिक हैं या नहीं. पुष्टि होने के बाद उन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया जाता है जहां वे आईबी के अंडर में रहते हैं. डिटेंशन सेंटर में बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या के आधार पर उन्हें ट्रेन की बोगी में डिपोर्ट किया जाता है. जब बोगी पूरी तरह से भर जाती है तो इन सभी को एक साथ बांग्लादेश भेजा जाता है.


दिल्ली पुलिस का बांग्लादेशियों के खिलाफ कड़ा अभियान


दिल्ली पुलिस का ये अभियान बांग्लादेशियों के खिलाफ एक कड़ा कदम है जो राजधानी में अवैध रूप से रह रहे हैं. पुलिस की कोशिश है कि इन नागरिकों को जल्द से जल्द डिपोर्ट कर दिल्ली में अवैध प्रवासियों की प्रॉब्लम को कम किया जा सके. इसके अलावा ये अभियान अवैध प्रवासियों को एक कड़ा संदेश देने का काम भी कर रहा है कि दिल्ली में अवैध रूप से रहना कानून के खिलाफ है और इसकी सजा भी दी जाएगी.


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