नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पंजाब कांग्रेस नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. जानकारी के मुताबिक सांसद रवनीत बिट्टू, औजला और एक विधायक को मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ एक महीने से ज्यादा वक्त ये पंजाब कांग्रेस के बड़े नेता जंतर मंतर पर धरने पर बैठे थे. आज दोपहर ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उनसे मिलने पहुंचे थे. उसके ठीक बाद पुलिस ने कार्रवाई की है.
राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री देश के किसानों की ‘इज्जत’ नहीं करते और बार-बार बातचीत करके सिर्फ किसानों को थकाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ''मोदी-माया टूट गयी, मोदी सरकार का अहंकार भी टूटेगा लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है, ना टूटेगा. सरकार को कृषि विरोधी क़ानून वापस लेने ही होंगे!''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदी जी ने भूमि अधिग्रहण कानून को रद्द करने की कोशिश की थी, उसे हमने रोका. अब यह नया कदम तीन कानूनों के तौर पर उठाया गया है. ये तीनों कानून किसानों को खत्म करने के कानून हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश को आजादी 1947 में मिली, लेकिन इस आजादी को किसानों ने कायम रखा. जिस दिन खाद्य सुरक्षा खत्म होगी उस दिन आजादी चली जाएगी.’’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘एक तरफ हिंदुस्तान है और दूसरी तरफ मोदी जी के कुछ पूंजीपति मित्र हैं. देश के बहुत सारे लोगों को यह बात समझ नहीं आ रही है कि अगर आज किसान का हक छिना तो अगला नंबर मध्य वर्ग का होगा और फिर दूसरे लोग भी होंगे.’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी कहते हैं कि देश को कोरोना से नुकसान हुआ. नुकसान कोरोना से पहले हुआ था. सच्चाई यह है कि मोदी जी और उनके दो-तीन उद्योगपति मित्र आप से सब छीन रहे हैं. ये ही कुछ उद्योगपति सब कुछ चला रहे हैं.’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसानों को समझना पड़ेगा कि समय जाया किया जा रहा है और थकाया जा रहा है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी किसानों की बुनियादी इज्जत नहीं करते हैं.....
एक किसान मरे, दो मरे, 100 मरे, नरेंद्र मोदी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘नरेंद्र मोदी जी समझते हैं कि किसान थक जाएगा और भाग जाएगा. मोदी जी, किसान नहीं भागने वाला है, आपको भागने पड़ेगा. आपको समझ जाना चाहिए कि ये हिंदुस्तान पीछे हटने वाला नहीं है. न किसान पीछे हटेंगे और न ही कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है.’’