नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ नहीं टूलकिट बनाने वालों की जांच के लिए केस दर्ज किया है. अधिकारी ने कहा कि FIR में किसी का नाम नहीं है, यह केवल टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है, जो जांच का विषय है.
स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक खबर का लिंक साझा करते हुए कहा था, ‘‘ हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.’’ उन्होंने कहा ‘‘ जिन लोगों को मदद चाहिए उनके लिए टूलकिट (सॉफ्टवेयर) साझा किया है.’’
यह टूलकिट उपयोगकर्ता को प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं. इससे पहले ग्रेटा ने एक अन्य टूलकिट साझा किए थे. इस ट्वीट को उन्होंने डिलीट कर दिया. इसी ट्वीट को लेकर विवाद है.
बता दें कि पॉप गायिका रिहाना के बाद पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग समेत कई वैश्विक हस्तियों ने किसान आंदोलन का समर्थन किया था. इसपर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि पहले तथ्य की जांच कर लें.
भारत का कहना है कि यह देश विरोधी प्रोपगेंडा है. बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारत को निशाना बनाने वाले प्रेरित अभियान कभी सफल नहीं होंगे.’’. इस ट्वीट के साथ उन्होंने हैशटैग ‘इंडिया टूगेदर’ (भारत एकजुट है) और ‘इंडिया अगेनस्ट प्रोपगेंडा’ (दुष्प्रचार के खिलाफ भारत) का इस्तेमाल किया.
ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट प्रकरण पर केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल(रि) वीके सिंह ने कहा कि ग्रेट थनबर्ग के डिलीटेड ट्वीट से भारत के विरुद्ध के एक बड़े षड्यंत्र का खुलासा हो गया है. इसकी जांच होगी चाहिए कि वह कौन लोग हैं जो असम में इस साजिश के कर्ता-धर्ता हैं.
उन्होंने कहा, ''संयोजित तरीके से निर्देश पारित हुए थे कि क्या करना है, कैसे करना है और कब करना है. इस षडयंत्रों का अकसर भाण्डा फूटता है और अंतत: ग्रेटा की बिना सोची समझी ट्वीट यह काम कर गई.''