नई दिल्ली: इस लॉकडाउन में दिल्ली पुलिस का एक अलग ही चेहरा सामने आ रहा है. ऐसा चेहरा जिससे दिल्ली पुलिस का हर एक जवान हीरो बन गया है. दिल्ली का हर जवान इस खतरनाक माहौल में अपना रोल बखूबी निभा रहा है. ये कहानी है कालका जी थाने के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और हेड कांस्टेबल संजीव की. इन दोनों ने एक ऐसा सराहनीय काम किया है कि इनकी खूब तारीफ की जा रही है.
दरअसल दिल्ली के कालकाजी इलाके में रहने वाले नरेश आहलूवालिया ने इन दोनों हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और संजीव को संपर्क किया. नरेश आहलूवालिया ने इन दोनों को बताया कि उनके बेटे कौशल की शादी पास ही के आर्य समाज मंदिर में होनी हैं लेकिन लॉकडाउन का पास नहीं होने के कारण वो पहुंच नहीं पा रहे हैं.
हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और हेड कांस्टेबल संजीव ने कालकाजी थाने के एसएचओ संदीप घई को ये सारी बात बताई. इसके बाद एसएचओ संदीप घई ने दूल्हे और उसके माता-पिता को मंदिर में ले जाने की अनुमति दी. इसके बाद पुलिस की जीप में दूल्हा और उसके माता पिता बैठ गए.
बाराती बने दोनों हेड कांस्टेबल
दोनों दूल्हे और उसके परिवार को लेकर आर्य समाज मंदिर में पहुंचे. वहां पर दुल्हन पूजा अपने पिता गोपी चंद के साथ इंतजार कर रही थी. आर्य समाज मंदिर में मौजूद आचार्य वीरेंद्र ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दोनों की शादी को संपन्न करवाया और वर-वधू को आशीर्वाद दिया.
शादी तो हो गई अब सवाल ये था कि दुल्हन की डोली कैसे उठेगी. इसके बाद फिर से वो पुलिस की जीप ही काम आई जिसमें बैठकर दूल्हा शादी के लिए आया था. दूल्हा दुल्हन को पुलिस की जीप में परिवार के साथ बैठाया गया और दुल्हन के पिता ने लड़की की विदाई कर दी. राजधानी दिल्ली से ऐसी तमाम कहानियां सामने आ रही हैं जिसमें दिल्ली पुलिस हीरो साबित हो रही है. लड़का और लड़की दोनों के परिवार ने दिल्ली पुलिस का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है.
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