New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार (15 फरवरी) रात मची भगदड़ के मामले में अलग-अलग टीमों को जांच की जिम्मेदारी दी गई है. रेलवे, पुलिस और RPF की अलग-अलग टीमें अपनी-अपनी जांच कर रही हैं. जांच एजेंसियां CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि भगदड़ की शुरुआत कहां से हुई और प्रशासन की लापरवाही कितनी बड़ी थी. इस बीच दिल्ली पुलिस की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में भगदड़ के तीन कारणों को शामिल किए जाने की खबर है. ये कारण क्या-क्या हैं, यहां देखें...
1. अत्यधिक भीड़, लेकिन क्राउड मैनेजमेंट में भारी लापरवाही
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के पीछे सबसे बड़ा कारण स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ थी. उसे संभालने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे. यहां तक की हर घंटे 1500 जर्नल टिकट भी बेचे गए. प्रयागराज जाने वाली तीन ट्रेनों के लेट होने से हजारों यात्री स्टेशन पर जमा हो गए, लेकिन भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं थे.
2. ट्रेन अनाउंसमेंट से मचा भ्रम, दौड़ पड़े यात्री
जांच में सामने आया कि भगदड़ की एक बड़ी वजह ट्रेन के अनाउंसमेंट में हुई गड़बड़ी थी. जब प्लेटफॉर्म नंबर-16 पर प्रयागराज स्पेशल ट्रेन के पहुंचने की अनाउसमेंट हुई, तो यात्री भ्रमित हो गए, क्योंकि पहले से ही प्लेटफॉर्म-14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस खड़ी थी. कई यात्रियों को लगा कि उनकी ट्रेन बदल गई है, जिससे अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ शुरू हो गई.
3. वीकेंड और कुंभ की भीड़ के लिए नहीं किए गए थे विशेष इंतजाम
जांच में यह भी सामने आया है कि कुंभ मेले के चलते वीकेंड पर प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई थी, लेकिन इसके बावजूद रेलवे प्रशासन ने कोई अतिरिक्त व्यवस्था नहीं की. न तो अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई और न ही यात्रियों को सही सूचना देने के लिए कोई कंट्रोल रूम बनाया गया.
18 लोगों की मौत
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात को भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. महाकुंभ के चलते भयंकर भीड़, ट्रेनों के लेट होने और प्लेटफॉर्म चेंज होने के अनाउंसमेंट के कारण स्टेशन पर अफरा-तफरी मची थी.
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