नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर के आदेश के बाद राजधानी दिल्ली में पुलिस ‘ऑपरेशन मिलाप’ चलाए हुए हैं. इस ऑपरेशन के तहत हर डिस्ट्रिक्ट की कोशिश है कि वह अपने इलाके से गायब हुए या फिर उनके इलाके में लावारिस पाए गए बच्चों को उनके परिवार से मिलवा सके.  इस ऑपरेशन से दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल रही है. हाल ही में दिल्ली पुलिस की साउथ डिस्ट्रिक्ट की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने 100 के आंकड़े को छू लिया. साउथ डिस्ट्रिक्ट ने इस साल ऑपरेशन मिलाप के तहत 100 बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया है. इन बच्चों को उनके परिवार से मिलाने में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के एसआई मोहम्मद शफीक,एसआई वीरेंद्र एयर एएसआई एमपी सिंह ने अहम भूमिका निभाई है.


दिल्ली सहित देश के कई राज्यों से बरामद हुए है ये बच्चे


दिल्ली पुलिस की साउथ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक, यह बच्चे न सिर्फ दिल्ली बल्कि बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम बंगाल से भी बरामद हुए हैं. सभी बच्चे दिल्ली और आसपास के शहरों से लापता हुए थे. जिनमें से अधिकतर की गुमशुदगी की रिपोर्ट दिल्ली में दर्ज थी. जिसके बाद पुलिस ने ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत इनके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इनमें से अधिकतर बच्चे किसी कारणवश, या गुस्से में या फिर घर से लड़कर ट्रेन या बस में बैठ कर दूसरे शहर पहुंच जाते हैं और फिर वहां दर-दर की ठोकरे खाने लगते हैं. इनमे से कई बच्चे उन शहरों की पुलिस को अपना सही पता नहीं बता पाते, जिससे ये अनाथ ही उन शहरों में रहने लगते हैं.



लापता बच्चों को ढूंढने पर मिलती है आउट ऑफ टर्न प्रमोशन


दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने लापता बच्चों को ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन यानी ओटीपी देने की स्कीम लॉन्च की हुई है और इसी के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी काम करते हुए लापता बच्चों को ढूंढने में लगे हुए हैं. हाल ही में दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका को करीब 3 महीने में 76 लापता बच्चे ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया था और उन्हें एएसआई बनाया गया था.


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