नई दिल्ली: लाल किला हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 50 हजार के इनामी बूटा सिंह को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है. वारदात के करीब 5 महीने बाद दिल्ली पुलिस बूटा सिंह को गिरफ्तार कर पाई है.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जब क्राइम ब्रांच की टीम स्पेसिफिक इंफॉर्मेशन मिलने के बाद पंजाब के तरनतारन बूटा सिंह को गिरफ्तार करने पहुंची तब बूटा सिंह के रिश्तेदार और पड़ोसियों ने पुलिस का विरोध किया. यहां तक की गांव से निकलने वाली सड़कों पर लोगों ने ट्रैक्टर खड़े कर दिए थे. आखिरकार पंजाब पुलिस की मदद से पुलिस बूटा सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाब हो गई. जिसके बाद इसे दिल्ली लाया गया है.
बूटा सिंह ने हिंसा के दौरान बनाये वीडियो में धार्मिक झंडा लहराने का किया था दावा.
इस हिंसा के बाद जांच के दौरान कई वीडियो में बूटा सिंह लाल किले के अंदर नजर आ रहा था. एक वीडियो में बूटा सिंह ने अपने साथियों के साथ लाल किले में धान में झंडा लहराने का दावा भी किया था. जिसके बाद से ही पुलिस बूटा सिंह की तलाश कर रही थी.
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ के दौरान बूटा सिंह ने बताया फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया पर वो अकसर किसान नेताओं के भाषण देखा करता था. जिससे वह काफी प्रभावित हो गया था. इतना ही नहीं बूटा सिंह अकसर सिंधु बॉर्डर पर आकर किसान आंदोलन में शामिल होता था.
दिल्ली पुलिस का दावा, बूटा सिंह ने लाल किले में भीड़ को उकसाया जिसके बाद किसानों की भीड़ उग्र हो गई
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 26 जनवरी को बूटा सिंह सुनियोजित तरीके से अपने 4 से 5 साथियों के साथ पहुंचा और फिर इसने लाल किले में धार्मिक झंडा लहराया. बूटा सिंह के भड़काने के बाद ही लाल किले में भीड़ और भी ज्यादा उग्र हो गई थी.
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