नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के बीच दिल्ली में क्राइम को लेकर ट्विटर वॉर हुआ. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक ट्वीट किया, जिसमें अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि दिल्ली में क्राइम बढ़ रहा है दिल्ली के लोग सुरक्षा के लिए किसके पास जाएंगे, 24 घंटे में दिल्ली में 9 क़त्ल हो गए, इसके बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से भी इस ट्वीट का रिप्लाई किया और दिल्ली पुलिस के PRO मधुर वर्मा ने जवाब भी दिया.


दिल्ली पुलिस के PRO मधुर वर्मा की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस साल दिल्ली में अपराधों में कमी आई है, जघन्य अपराधों की बात करें तो इस साल 10 फीसदी कमी आई है और वही बुजुर्गों के साथ हुए अपराधों में 22 फीसदी कमी आई है.


वही 24 घंटे में हुई 9 क़त्ल की वारदात के बारे में मधुर वर्मा ने बताया कि सभी की सभी हत्यायों में कोई ना कोई करीबी और जानकार है जिन्होंने क़त्ल किया है, महरौली इलाके में जो क़त्ल हुआ उसमे पति ने पत्नी समेत 3 बच्चों की हत्या की, पति गिरफ्तार है, द्वारका में जो पति पत्नी का क़त्ल हुआ उसमे भी एक जानकर ही शामिल था उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है, इसके अलावा अगर वसंत विहार के ट्रिपल मर्डर की बात करे तो बुजुर्ग दम्पति और उसकी नौकरानी की हत्या के मामले में भी किसी करीबी का हाथ होने की आशंका है, क्योंकि घर में एंट्री फ्रेंडली थी.


पुलिस तमाम दावे तो कर रही है कि दिल्ली में क्राइम का ग्राफ कम हुआ है लेकिन एक रिपोर्ट की माने तो 1 महीने में दिल्ली में 220 फायरिंग की वारदातें हुई. दिल्ली पुलिस आंकड़ों के खेल में भले ही उलझा रही है लेकिन राजधानी दिल्ली में हो रही तमाम वारदातें इस बात का सुबूत हैं कि राजधानी में लगातार क्राइम हो रहे हैं और दिल्ली पुलिस का ये डेटा भी साफ बयां कर रहा है कि दिल्ली में अपराध की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.


* 1 जनवरी 2018 से 15 जून 2018 तक दिल्ली में 223 क़त्ल की वारदातें हुई थी, वही इस साल की अगर बात की जाए तो 1 जनवरी 2019 से 15 जून 2019 तक क़त्ल की वारदातों में इजाफा हुआ है ये आंकड़ा बढ़कर 233 हो गया है.


* स्ट्रीट क्राइम की अगर की बात करे तो इसमें ही बहुत ज्यादा बढ़ोतरी हुई है, जहां 2018 में जून तक 2983 झपटमारी की वारदात हुई थी तो वही इस साल 2019 में जून तक 3077 झपटमारी की वारदात हो चुकी है.


* अब बात करते है गाड़ियों की चोरी पर- साल 2018 में जनवरी से लेकर 15 जून तक 20134 गाड़ियां चोरी हुई थी, इस साल 20872 गाड़ियां अभी जून तक चोरी हो चुकी हैं.


* डकैती की बात की जाए तो पिछले साल जून 2018 तक 10 डकैती की वारदातें हुई थी वही इस साल भी ये आंकड़ा 10 ही है.

* सिर्फ रेप की वारदातों में कमी आई है, 2018 जून तक रेप की 1005 घटनाएं सामने आई थी तो इस साल अब तक जून में 973 रेप की वारदात हुई है.

दिल्ली पुलिस तमाम दावे कर रही है कि क्राइम कम हुआ है लेकिन इन आंकड़ो को देखकर ऐसा नही लगता है. मर्डर, चोरी, लूट, डकैती सभी वारदातों में भारी इजाफा हुआ है.


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