(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
तीस हजारी झड़प: इंसाफ की मांग कर रहे पुलिस वालों ने PHQ को घेरा, DCP बोले- यहां आना बेकार नहीं जाएगा
तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुए खूनी संघर्ष में रोजाना नई-नई बातें निकल कर सामने आ रही हैं. सोमवार को एक सनसनीखेज ऑडियो-टेप रूपी जिन्न सामने आ गया. हालांकि इस ऑडियो टेप को लेकर दिल्ली पुलिस ने चुप्पी साध रखी है, मगर कहा जा रहा है कि ऑडियो टेप में हादसे की आपबीती बयान करते-करते बिलख पड़ने वाला उत्तरी दिल्ली जिले की डीसीपी (उपायुक्त) मोनिका भारद्वाज का निजी सुरक्षा गार्ड (ऑपरेटर) है.
नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में वकीलों के साथ हुई जड़प के बाद आज दिल्ली के कई पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंचे. इन सभी पुलिस वालों ने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने आए हैं. इन सभी पुलिस वालों ने अपने हाथ में प्लेकार्ड पकड़े थे, जिन पर कई तरह के नारे लिखे थे. पुलिस वालों का कहना था कि हम इंसाफ में बराबरी की मांग कर रहे हैं. वहीं प्रदर्शन करने आए पुलिस वालों से डीसीपी ईश सिंघल ने बात की.
डीसीपी ईश सिंघल ने कहा, ''सभी वरिष्ठ अधिकारियों को आपती चिंता है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आपका यहां आना बेकार नहीं जाएगा. हम अपना काम ना छोड़ें और वरिष्ठों को मौका दें कि वो उचित कदम उठा सके. आपका गुस्सा भी बेकार नहीं जाएगा. हमें अगर आपके सहयोग की जरूरत होगी तो आपको बुलाएंगे. मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.'' वहीं एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से कुछ नहीं कहा जा रहा है, वो तो कहें आकर अपने परिवार के लिए..
बता दें कि इस मामले में उत्तरी दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) संजय सिंह को हटा दिया है. दक्षिण दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त आर.एस. कृष्णैया को उत्तरी दिल्ली का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है. तीस हजारी कोर्ट में हुई घटना के बाद 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय सिंह को फिलहाल अस्थायी अवधि के लिए कोई तैनाती नहीं दी गई है.
तीस हजारी कोर्ट के वकील और दिल्ली पुलिस के बीच हुए बबाल के बाद रविवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने पूरे मामले में स्वत:-संज्ञान ले लिया था. साथ ही हाईकोर्ट ने जांच के लिए रिटायर्ड जज एस.पी. गर्ग के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई. हाईकोर्ट ने जांच कमेटी की मदद के लिए सीबीआई, विजिलेंस और आईबी के डायरेक्टर्स को कहा है.
स्वत:संज्ञान लेने वाली हाईकोर्ट की इसी कमेटी ने विशेष पुलिस आयुक्त संजय सिंह और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरेंद्र कुमार सिंह को हटाने सहित कई आदेश एक साथ जारी कर दिए. हाईकोर्ट को दिल्ली पुलिस की ओर से बताया गया कि इन्हीं दोनों अधिकारियों के कहने पर तीस हजारी अदालत में बबाल के दौरान वकीलों पर गोली चलाई गई थी.
इस मामले में गोली चलाने के आरोपी सहायक उप निरीक्षक पवन कुमार का तबादला कर दिया गया है, जबकि दूसरे सहायक पुलिस उप निरीक्षक कामता प्रसाद, जिस पर गोली चलाने जैसा गंभीर आरोप है ही नहीं, उसे हड़बड़ाई दिल्ली पुलिस ने जल्दबाजी में सस्पेंड कर डाला है.