LIVE Story: दिल्ली में PHQ पर ये चल क्या रहा है? देश ने कभी पुलिस का ऐसा गुस्सा नहीं देखा
दिल्ली में वकीलों और पुलिस कर्मियों के बीच हुई मारपीट को लेकर संग्राम जारी है. आज दिल्ली पुलिस के कर्मी पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्हें मनाने की कई कोशिश हो चुकी है लेकिन पुलिसकर्मी अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली में वकीलों के हाथों बार-बार पिट रहे पुलिसवालों का आक्रोश आज फूट पड़ा है. सैकड़ों पुलिसवाले दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने पिछले करीब 9 घंटों से प्रदर्शन कर रहे हैं. ये प्रदर्शन वकीलों की गुंडागर्दी के खिलाफ है. पुलिस के जवान पूछ रहे हैं कि क्या उनका कोई मानवाधिकार नहीं है. कई लोगों ने हाथ में 'हाउ इज द जोश- लो सर' की तख्तियां लिए हुए हैं.
पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा, ''पिछले कुछ दिनों में दिल्ली पुलिस के लिए परीक्षा की घड़ी है. दिल्ली पुलिस के लिए चुनौतियां नई नहीं हैं. हम तरह तरह की परिस्थिति को हैंडल करते आए हैं. पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं हुईं लेकिन हमने इसे अच्छे कंट्रोल किया, फिलहाल स्थिति सुधर रही है. हमें जो कानून संभालने की जिम्मेदारी दी गई है, उसे ध्यान में रखना चाहिए.
Delhi Police Protest Live-
- प्रदर्शन कर रहे पुलिस जवानों को मनाने के लिए एक बार फिर वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे हैं. अधिकारी ने कहा कि धरना खत्म करें. सभी मांगें मानी जाएगी. किसी भी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी. आपलोग अपने-अपने घर चले जाइए.
- दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पूरे मामले की समीक्षा की. बैजल ने कहा कि घायल पुलिसकर्मियों को मुआवजा दिया जाएगा. एलजी ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की अपील की.
- सूत्रों के मुताबिक, जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ हाई कोर्ट ने कार्रवाई करने को कहा था. कल दिल्ली पुलिस सुनवाई के दौरान कोर्ट से अपील करेगी कि उनके खिलाफ जांच होने तक कोई कार्रवाई न की जाए. तीस हजारी के मामले के अलावा अन्य मामलों में गिरफ्तारी की अनुमति भी हाईकोर्ट से मांगेंगे.
- पुलिसकर्मियों से कहा गया है कि आप अनुशासित फोर्स हैं. हूटिंग मत कीजिए. बड़े अधिकारी आपके साथ हैं. बड़े अधिकारी आपसे बात करने आएंगे. सारी बातें मानी जाएंगी. उसके बाद 7 बजे तक यहां से लौट जाएं.
- गृह सचिव ए के भल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली में पुलिस और वकीलों की झड़प के हालात के बारे में जानकारी दी. पुलिस मुख्यालय के बाहर पुलिसकर्मियों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन और उनकी मांगों के बारे में गृहमंत्री को अवगत कराया गया.
- तमिलनाडु पुलिस एसोसिएशन ने दिल्ली पुलिस के कर्मियों से हुई मारपीट के मामले की निंदा की है. पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच दो नवंबर को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में मारपीट हुई थी.
- दिल्ली में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प के मामले में गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मामले में न्यायिक जांच चल रही है. जांच के निष्कर्ष का इंतज़ार करना चाहिए. गृह मंत्रालय मामले पर नज़र बनाए हुए है.
-दिल्ली पुलिस का पुलिस हेड क्वार्टर पर धरना लंबा चल सकता है. पुलिस वालों के खाने-पीने का इंतजाम होना शुरू हो चुका है. पहले दौर में केले फ्रूटी और पानी का रिफ्रेशमेंट पुलिस वालों के पास पहुंच चुका है. पुलिस वालों का कहना है कि तस्वीरें देखिए आपको स्वच्छ भारत भी नजर आएगा कोई कूड़ा नहीं कर रहे हैं. धरना लंबा चलेगा जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी. खाने पीने की कोई कमी नहीं आएगी, हमारे साथी सब इंतजाम कर रहे हैं.
- दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों को बिहार पुलिस एसोसिएशन का साथ मिला है. एसोसिएशन ने कहा, ''एसोसिएशन दिल्ली पुलिस के कर्मियों के साथ खड़ा है जिसे पीटा गया. हम घटना की जांच की मांग करते हैं. पुलिस और वकील दोनों कानून जानते हैं, और किसी को भी कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए था.''
- दिल्ली पुलिस के कर्मचारियों के परिजन इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं. परिजनों का कहना है कि तीस हजारी कोर्ट में पुलिसकर्मियों के साथ हुई मारपीट के मामले में उचित कार्रवाई हो.
Delhi: Family members of Delhi police personnel hold protest at India Gate against the clash that broke out between police & lawyers at Tis Hazari Court on 2nd November. pic.twitter.com/bJA4Z42bi2
— ANI (@ANI) November 5, 2019
- वकीलों और पुलिस में संघर्ष को लेकर केंद्र ने हाईकोर्ट से कहा है कि वकीलों के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का आदेश बाद की घटनाओं पर लागू नहीं होगा. दिल्ली हाईकोर्ट ने केन्द्र की याचिका पर बीसीआई और अन्य बार एसोसिएशनों को नोटिस जारी किया है.
- दिल्ली में पुलिस मुख्यालय के बाहर पुलिसकर्मियों का प्रदर्शन जारी है. ज्वाइंट सीपी राजेश खुराना के सामने पुलिसकर्मी नारेबाजी कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी 'गो बैक' और 'मुद्दे की बात करो' के नारे लगा रहे हैं. ज्वाइंट सीपी प्रदर्शनकारियों को मनाने पहुंचे हैं. पुलिस कर्मचारी तीस हजारी कोर्ट में हुई मारपीट के मामले में प्रदर्शन कर रहे हैं.
- दिल्ली में वकील और पुलिस के बीच हुई झड़प के संबंध में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि साढ़े पांच साल में जो माहौल बना है, इसका एक उदाहरण है, समाज में गुस्सा है, हर वर्ग में गुस्सा है ,गुस्से के कारण कई बार हमको मालूम नहीं होता.
- सोमवार को साकेत कोर्ट में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है. एक एफआईआर दिल्ली पुलिस के ऑफिसर की शिकायत पर दर्ज की गई है और दूसरी एफआईआर टैक्सी ड्राइवर की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई है. जिसपर स्टील रॉड से हमला किया गया. दोनों ही एफआईआर साकेत थाने में दर्ज की गई है.
Delhi Commissioner of Police Amulya Patnaik addresses the police personnel protesting at the Police Head Quarters (PHQ) in ITO: In last few days, there have been certain incidents in the capital which we handled very well. The situation is improving after that. pic.twitter.com/5OWey3TimM
— ANI (@ANI) November 5, 2019
उन्होंने कहा, ''परीक्षा के साथ हमारे लिए अपेक्षा की भी घड़ी है, जनता और सरकार की हमसे काफी उम्मीदें हैं. हमें अनुशासन में रहकर कानून व्यवस्था को बनाए रखना है. हमारे लिए यह प्रतीक्षा की भी घड़ी है, हाई कोर्ट ने इसके लिए न्याययिक जांच कमेटी बनाई है. उम्मीद करनी चाहिए कि जांच के बाद कार्वाई होगी.''
पुलिस कमिश्नर ने अपील करते हुए कहा कि आप लोगों को अपने काम पर लौटना चाहिए. बता दें कि जितनी देर पुलिस कमिश्नर बोल रहे थे उतनी पुलिस वाले लगातार नारेबाजी करते रहे.
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने वकीलों को लगाई फटकार, कहा- पेशा बदनाम हो रहा है दिल्ली में पुलिस बनाम वकील मामले में अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया सक्रिय हो गया है. बार काउंसिल ने दिल्ली की अलग-अलग बार एसोसिएशन को चिट्ठी लिख कर वकीलों को फटकार लगाई है. बार काउंसिल ने कहा कि जब हाई कोर्ट ने रविवार को विशेष सुनवाई की, जांच आयोग बनाया तब रिपोर्ट का इंतज़ार करना चाहिए. जांच लंबित रहते कोई कार्रवाई दिल्ली पुलिस के अधिकार में नहीं। इसलिए पुलिसवालों की गिरफ्तारी की मांग पर हड़ताल का कोई तुक नहीं
बार काउंसिल ने कहा कि हड़ताल को लेकर जल्द फैसला लें और शाम 5 बजे तक जानकारी दें. इधर-उधर मारपीट कर रहे वकीलों की पहचान कर हमें सूचना दें. इतना ही नहीं बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा कि इन हरकतों से वकालत का पेशा बदनाम हो रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते. बार के नेता सिर्फ अपने वोटों पर ध्यान न दें.
दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट दिल्ली पुलिस ने वकीलों और पुलिस के झड़प के मुद्दे पर दिल्ली पुलिस ने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी. रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है कि सिलसिलेवार तरीके से किस तरह पूरी घटना हुई थी. यह बताया गया है कि पहली बार कानून और व्यवस्था कब बिगड़ी उसके बाद पुलिस ने क्या कार्रवाई की और अब तक कितने वकीलों और पुलिस वालों के खिलाफ एक्शन हुआ है.
कमिश्ननर के बयान पर अड़े थे पुलिस वाले पुलिसवाले लगातार दिल्ली पुलिस के मुखिया से मिलने की मांग कर रहे थे. कई आला अधिकारियों ने इन्हें समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन ये अड़े रहे. इसके बाद अब खबर है कि खुद दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक इन आंदोलनकारी पुलिसकर्मियों से मिलने आ रहे हैं. इस बीच खबर है कि द्वारका कोर्ट में बनी पुलिस चौकी के पुलिस वाले सुरक्षा की दुहाई देते हुए चौकी छोड़कर चले गए हैं.
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना कांग्रेस ने इस मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''72 साल में पहली बार - पुलिस प्रदर्शन पर. क्या ये है भाजपा का ‘न्यू इंडिया’? देश को कहाँ और ले जाएगी भाजपा? कहाँ गुम हैं गृह मंत्री, श्री अमित शाह? मोदी है तो ही ये मुमकिन है!!!''
डीसीपी बोले- यहां आना बेकार नहीं जाएगा बता दें कि इससे पहले डीसीपी ईश सिंघल ने प्रदर्शन कर रहे पुलिस वालों से बात की. डीसीपी ईश सिंघल ने कहा, ''सभी वरिष्ठ अधिकारियों को आपती चिंता है, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आपका यहां आना बेकार नहीं जाएगा. हम अपना काम ना छोड़ें और वरिष्ठों को मौका दें कि वो उचित कदम उठा सके. आपका गुस्सा भी बेकार नहीं जाएगा. हमें अगर आपके सहयोग की जरूरत होगी तो आपको बुलाएंगे. मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.'' वहीं एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की तरफ से कुछ नहीं कहा जा रहा है, वो तो कहें आकर अपने परिवार के लिए..