देश में एक ओर कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो वहीं इस वायरस और लोगों की पीड़ा का फायदा उठाने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है. दरअसल, कोरोना से गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज में काम आने वाली एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर की कालाबाजारी के मामले रोजाना दर्ज हो रहे हैं.


देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस ने अब तक 113 मुकदमे दर्ज किए हैं. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आज की तारीक तक पुलिस ने 100 लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि इन 100 गिरफ्तारियों में 61 ऐसे लोग हैं जिन्होंने लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन देने का वादा किया तो वहीं अन्य 52 लोगों ने कालाबाजारी कर इन इंजेक्शनों को भारी रकम में बेचा है.


2.8 लाख रुपये की पेमेंट को पुलिस ने रोका


पुलिस ने बताया कि उन्होंने 2.8 लाख रुपये की पेमेंट को ट्रांसफर होने से रोक दिया है. बताया जा रहा है ये पैसा लोगों के अकाउंट से इन कालाबाजारी करने वाले लोगों के खाते में जाने वाला था जिसे पुलिस ने रुकवा दिया है. पुलिस के एक प्रवक्ता ने मामले में बात करते हुए बताया कि, 4 मई तक 61 मामले ऐसे दर्ज हुए हैं जिसमें लोगों से ठगी कर दवाएं और ऑक्सीजन देने की बात की गई थी. वहीं, अन्य 52 मामले कालाबाजारी के हैं.


पुलिस ने ये भी बताया कि 37 ऐसे मामले भी दर्ज किए गए हैं जिसमें लोगों से पैसे लेकर आरोपी गायब हो गए हैं. पुलिस इन मामलों की जांच में भी जुट गई है. साथ ही पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि ब्लैक में किसी से दवा या ऑक्सीजन सिलिंडर को ना खरीदें.


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