Delhi Police Busted Carjacking Gang: दिल्ली पुलिस के द्वारका जिला के स्पेशल स्टाफ ने कार जैकिंग करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो सिर्फ और सिर्फ फॉर्च्यूनर कार लूटता था. कार लूटने के बाद वो जम्मू कश्मीर पहुंचाई जाती थी. जहां से उस कार को एक कश्मीर व्यक्ति बेचता था.
पुलिस ने इस गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से 2 रिसीवर है. इनके पास से 2 फॉर्च्यूनर कार बरामद की गई है. इसके अलावा 6 पिस्टल और 12 कारतूस बरामद किए गए हैं. पुलिस का कहना है कि इनके खिलाफ गुरुग्राम में भी कार जैकिंग के मामले दर्ज हैं.
द्वारका से लूटी थी कार
द्वारका जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि 17 मार्च को द्वारका सेक्टर 10 से कुछ बदमाशों ने एक फॉर्च्यूनर कार लूट ली थी. कार चालक को कार से नीचे फेंक दिया गया था. मामले की शिकायत पुलिस से की गई. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत ही कार्रवाई शुरू कर दी. इस बीच ये कार कैर गांव से बरामद कर ली गयी.
जिले के स्पेशल स्टाफ ने मामले की जांच करते हुए विक्रम उर्फ विक्की, विक्रम उर्फ मोटा, अर्जुन और रोहित को गिरफ्तार किया. इनसे पूछताछ के बाद जम्मू निवासी रमेश और कश्मीर निवासी अशरफ भट्ट उर्फ पीर को भी गिरफ्तार किया गया. अशरफ और रमेश फॉर्च्यूनर कार के रिसीवर हैं. डीसीपी ने बताया कि चारों ही बदमाश गुरुग्राम के रहने वाले हैं. विक्रम उर्फ मोटा के खिलाफ हत्या के दो मामले दर्ज हैं. अर्जुन और रोहित के खिलाफ भी पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं.
सिर्फ फॉर्च्यूनर ही लूटते थे
पुलिस का कहना है कि ये गैंग सिर्फ और सिर्फ फॉर्च्यूनर कार को ही टारगेट करता था. इसकी एक वजह ये भी है कि इस कार को चोरी कर पाना बेहद कठिन होता है, इसलिए ये बदमाश हथियार के बल पर इसे लूटते थे. पुलिस ने ये भी दावा किया है कि लूटी हुई फॉर्च्यूनर को अशरफ भट्ट के पास भेज दिया जाता था. वो आगे इन कारों को बेचा करता था. पुलिस को इलियास नामक एक और शख्स का पता चला है, जो गुजरात मे रहता है. इलियास को भी फॉर्च्यूनर बेची गयी थी.
हथियारों की सप्लाई का भी है आरोप
डीसीपी हर्षवर्धन का कहना है कि गिरफ्तार सभी आरोपियों पर अवैध हथियारों की तस्करी का भी आरोप है इस सिलसिले में पूछताछ की जा रही है इसके अलावा इलियास की भी तलाश की जा रही है जानकारी मिली है कि इलियास भी न्यू 20 गाड़ियां खरीदता है और हथियारों की सप्लाई का काम करता है.
5 लाख में अशरफ खरीदता था एक फॉर्च्यूनर
पुलिस ने दावा किया है कि पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ है कि अशरफ भट्ट और विक्रम मोटा एक दूसरे के संपर्क में रहते थे. अशरफ भट्ट एक फॉर्च्यूनर को लगभग 5 लाख रुपये में खरीदा था. दिल्ली - एनसीआर व अन्य राज्यों से गाड़ी लूटने के बाद विक्रम उर्फ विक्की फॉर्च्यूनरकश्मीर ले जाता था और रमेश और अशरफ के सुपुर्द करता था. इसके बाद वो हवाई जहाज से वापस लौटता था. पुलिस इनकी मनी ट्रेल का भी पता लगा रही है.
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