Delhi Murder Case: दिल्ली का दोहरा हत्याकांड, 'ऑपरेशन मालामाल' के जरिए रची गई साजिश, बॉलीवुड का कंपोजर बना हत्यारा
Operation Malamal: दिल्ली के अंदर दोहरे हत्याकांड के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें से एक बॉलीवुड फिल्मों के लिए म्यूजिक कंपोज करता है.
Delhi Murder Case: दिल्ली पुलिस ने कृष्णा नगर इलाके में हुए दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है. दरअसल, कृष्णा नगर में पुलिस को 31 मई को मां-बेटी की सड़ी गली लाश मिली थी. इस खबर से इलाके में सनसनी फैल गई थी. मगर अब पुलिस ने हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
दिल्ली पुलिस ने किशन सिंह और अंकित नाम के आरोपियों को गिरफ्तार है. अंकित बॉलीवुड का उभरता हुआ म्यूजिक कंपोजर है, जो हाल ही में एक ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए अपनी आवाज दे चुका है लेकिन जल्दी पैसे कमाने की चाहत ने अंकित को हत्यारा बना दिया. उसने मेहनत की जगह लूट का रास्ता चुना और अपने साथी किशन सिंह के साथ मिलकर पहले मां-बेटी का भरोसा जीता और फिर बाद में दोनों का कत्ल कर दिया.
'ऑपरेशन मालामाल' के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अंकित के साथ हत्या में शामिल किशन सिंह मृतका राजरानी की बेटी गिन्नी का कंप्यूटर टीचर था. किशन ने ही अंकित को जल्दी पैसा कमाने का लालच देकर इस हत्याकांड में शामिल किया था. जिसके लिए प्लानिंग करते हुए दोनों ने बाकायदा 'ऑपरेशन मालामाल' के नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था. इस व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये ये दोनों आपस में बातचीत किया करते थे.
तबला आर्टिस्ट रह चुकी थीं मां
कृष्णा नगर इलाके में 31 मई को मां-बेटी की सड़ी गली लाश मिली थी. दोनों की बेरहमी से चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी. मृतका की पहचान राजरानी (76) और उनकी बेटी गिन्नी करार (39) के तौर पर हुई. पुलिस ने बताया कि मृतका राजरानी आकाशवाणी में काम कर चुकी थीं और तबला आर्टिस्ट रह चुकी थीं. वहीं, इनकी बेटी गिन्नी करार जिसको सुनने और बोलने में परेशानी थी. गिन्नी एमए फाइन आर्ट्स की पढ़ाई कर चुकी थी, घर में ये दोनों ही रहते थे. गिन्नी की दो और बहने हैं जो अलग रहती थीं.
200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला
इस दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने इलाके के करीब 200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो आरोपियों के तिमारपुर स्थित घर तक पहुंच गई. दिल्ली पुलिस के मुताबिक घर से आरोपी फरार मिले. आरोपियों की पहचान सिवान के रहने वाले अंकित और किशन सिंह के तौर पर हुई. पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के जरिये पहले अंकित को गिरफ्तार किया और बाद में किशन सिंह की भी गिरफ्तारी हो गयी.
एकाउंट में करीब 50 लाख रुपये की जानकारी
पूछताछ में किशन सिंह ने पुलिस को बताया कि वह गिन्नी करार को कंप्यूटर पढ़ाता था. इस दौरान उसने मां-बेटी की मदद करते हुए इनके लिए ऑनलाइन शॉपिंग भी की थी. उसी दौरान उसे पता चला कि गिन्नी और उसकी मां के एकाउंट में करीब 50 लाख रुपये हैं. इसके बाद किशन ने अपने रिश्तेदार भाई अंकित को असम से बुला लिया और फिर जल्दी पैसा कमाने के लिए लूट के इरादे से इस हत्याकांड को अंजाम दिया.
नहीं मिले 50 लाख रुपये
पुलिस के मुताबिक ये दोनों 25 मई को घर पहुंचे और किशन ने अंकित को इंग्लिश ट्यूटर बताकर मां-बेटी से मिलवाया और फिर इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया. हालांकि इन्हें बाद में बैंक एकाउंट में रखे वो 50 लाख रुपये हासिल नहीं कर पाए क्योंकि मां-बेटी ने उस एकाउंट का नेट बैंकिंग एक्टिव नहीं कराया था और न ही उसका डेबिट कार्ड बनवाया था. घर में रखे 50 हजार रुपये कैश, मोबाइल और लैपटॉप लूटकर ही ये दोनों फरार हो गए.
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