Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने इंटरनेशनल गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो अमेरिकी नागरिकों को डरा धमका कर उनसे वसूली कर रहा था. दिल्ली पुलिस का दावा है कि ये गैंग 50 अमेरिकी नागरिकों से लगभग 20 मिलियन डॉलर की ठगी कर चुका था. पुलिस का ये भी कहना है कि पीड़ितों की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है. 


खास बात ये है कि दिल्ली पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी एफबीआई (FBI) से मिली थी. एफबीआई से सूचना मिलने के बाद ही पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. दिल्ली पुलिस ने ये भी बताया कि कुछ दिनों पहले भी इसी तरह से ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था, जिसमें 6 लोगों को गिरफ्तार किया था. वो गैंग भी अमेरिकी और कनाडियाई नागरिकों को ठगने का काम करता था. 


क्या है मामला?


दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने बताया कि पिछले दिनों एफबीआई की तरफ से स्पेशल सेल को सूचना मिली कि कुछ लोग उनके देश के नागरिकों को ठग रहे हैं, जो भारतीय मूल के हैं. इस इनपुट में एक व्यक्ति का नाम पार्थ अरमारकर बताया गया. एफबीआई ने ये भी बताया कि वो गुजरात का रहने वाला है, लेकिन वो यूगांडा से ऑपरेट कर रहा है. स्पेशल सेल की टीम ने तुरंत ही जांच शुरू की.


पुलिस को जानकारी मिली कि पार्थ इन दिनों गुजरात में है और उसने यहां रहते हुए भी किसी अमरीकी नागरिक को कॉल कर रकम की मांग की थी. इस बार वो पीड़ित से गोल्ड बार की मांग कर रहा था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पार्थ को और उसके साथी वत्सल मेहता को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया. इसके अलावा इनके दो साथियों प्रशांत और दीपक अरोड़ा को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है. गैंग उत्तम ढिल्लों नाम के अमेरिकी अधिकारी के नाम से अमेरिकी नागरिकों को डराता था.  


कौन है उत्तम ढिल्लो?


उत्तम ढिल्लों यूएस की ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी में एक अधिकारी हैं. उन्होंने भी अमेरिकी जांच एजेंसियों को इस संदर्भ में सूचित किया था कि कुछ लोग उनके नाम का इस्तेमाल कर लोगों को परेशान कर रहे हैं. पुलिस का कहना है कि उत्तम ढिल्लों भारतीय मूल के हैं, यही वजह है कि ये गैंग उनके नाम का इस्तेमाल कर रहा था, क्योंकि अमेरिकी नागरिकों को जब ये गैंग कॉल करता था तो उन्हें बोलचाल के एक्सेंट से नाम का तालमेल सही लगता था. 


चाइल्ड पोर्नोग्राफी का डर 


पुलिस के अनुसार ये गैंग अमेरिकी नागरिकों को फोन करके चाइल्ड पोर्नोग्राफी के नाम पर डराया करता था. वह अमेरिकी नागरिकों को कहता था कि वो लोग मैक्सिको बॉर्डर पर मिले चाइल्ड पोर्नोग्राफी मैटेरियल से जुड़े हुए हैं. अगर कानूनी प्रक्रिया से बचना है तो पेनल्टी देनी होगी. इसी बात पर लोगों को ठगा जा रहा था. इसके साथ ही डार्क नेट का भी जिक्र किया जा रहा था. 


डार्क नेट का किया जा रहा था इस्तेमाल


पुलिस ने ये भी बताया कि ये गैंग डार्क नेट के माध्यम से पता लगाता था कि कौन अमेरिकी नागरिक चाइल्ड पॉर्नोग्राफी साइट विजिट कर रहा है. इतना ही नहीं सोशल मीडिया की मदद से भी ये गैंग अपना शिकार तलाशता था. ये गैंग अमेरिकी नागरिकों को कॉल करके उन्हें डरा कर रकम वसूला करता था. पुलिस ने ये भी बताया कि पार्थ ही वो व्यक्ति है जो अमेरिकी नागरिकों को फोन करके अपनी पहचान उत्तम ढिल्लो बताया करता था. 


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