राजधानी दिल्ली में बदमाशों के एक बेहद खतरनाक गठजोड़ का खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल का दावा है कि कुख्यात नीरज बवानिया और टिल्लू ताजपुरिया गैंग ने अब पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, यूपी और राजस्थान के अलग-अलग गैंगस्टर पटियाल, बामभिया और कौशल गैंग से हाथ मिला लिया है. इन बदमाशों ने ये सब अपने विरोधी लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गैंग को देखते हुए किया है.


सिंडिकेट के कई अपराधी हुए गिरफ्तार


हालांकि राहत की बात ये है कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट ने इस नए गठजोड़ में शामिल एक दर्जन इनामी बदमाशों को गिरफ्तार करते हुए राजधानी दिल्ली में फैलने वाली सनसनी को रोकने का एक प्रयास किया है. इस गिरफ्तारी पर स्पेशल के डीसीपी मनीषी चंद्रा का कहना है कि दिल्ली को संगठित अपराध से बचाने के लिए दिल्ली पुलिस लगातर कोशिश कर रही है और ये गिरफ्तारी उसी का एक नतीजा है. काउंटर इंटेलिजेंस के डीसीपी चंद्रा ने बताया कि आरोपियों के नाम सज्जन उर्फ भोलू, अनिल उर्फ लट्ठ, अजय उर्फ सनी, टेकचंद, दया चंद उर्फ डीलर, कैलाश डागर, राहुल उर्फ साधू, सचिन उर्फ गचनु, सौरभ मिश्रा उर्फ मोगली, संदीप डागर, गुलशन और कवींद्र उर्फ शक्ति राणा. ये सभी बदमाश इस नए खतरनाक सिंडिकेट (नीरज बावनिया- टिल्लू ताजपुरिया - कौशल - पटियाल - बामभिया) के सदस्य हैं. इन सभी पर 4 राज्यों में आपराधिक मामले दर्ज हैं और लगभग 5 लाख रुपये का इनाम है. इनके पास से 7 अत्याधुनिक पिस्तौल और 2 दर्जन से ज्यादा कारतूस बरामद किए हैं.


डीसीपी के मुताबिक, काला जठेड़ी- लॉरेंस बिश्नोई - काला राणा ने इस तरह का एक आपराधिक गठजोड़ किया था और दिल्ली एनसीआर समेत पांच राज्यों में अपने गठजोड़ के बल पर कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने पिछले लंबे समय में इस गठजोड़ को तोड़ते हुए इन सभी प्रमुख बदमाशों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है. इनके खिलाफ मकोका के तहत भी कार्रवाई की गई है. अब इसी तर्ज पर इन (नीरज बावनिया- टिल्लू ताजपुरिया - कौशल - पटियाल - बामभिया) बदमाशों ने नए आपराधिक गठजोड़ को तैयार किया. अहम बात ये भी है कि नए गठजोड़ में शामिल बदमाशों की काला जठेड़ी- लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ पुरानी रंजिश चली आ रही है और गैंगस्टर गोगी की हत्या के बाद से गैंगवार भी चल ही रहा है. गोगी काला जठेड़ी - लॉरेंस बिश्नोई के साथ था. दिल्ली पुलिस के अनुसार उसकी हत्या में नीरज बावनिया - टिल्लू ताजपुरिया का हाथ था. पुलिस का कहना है कि गोगी की हत्या के बाद इस नए सिंडिकेट ने पंजाब में 14 मार्च 2022 को अंतरराष्ट्रीय कबड्डी प्लेयर संदीप सिंह सिधू की हत्या की. संदीप सिंह यूके (यूनाइटेड किंगडम) के नागरिक थे. इस मामले में पंजाब पुलिस ने कौशल और अन्य बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है.
 
विदेश में रची जाती रही है हत्याओं की साजिश
स्पेशल सेल का दावा है कि चाहे काला जठेड़ी - लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट की बात करें या फिर इस नए आपराधिक सिंडिकेट की. ये सभी अपनी आपराधिक साजिशों को कहीं न कहीं विदेशी धरती के सहारे रचते रहे हैं. चाहे फिर कम्युनिकेशन के लिए अलग-अलग तरह की कॉलिंग ऐप आदि को इस्तेमाल करना हो. जिन देशों में इन आपराधिक सिंडिकेट के सम्पर्क हैं वे यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, यूएसए, थाईलैंड, मलेशिया, अर्मेनिआ आदि हैं. काउंटर इंटेलिजेंस की टीम ने इस पूरे आपरेशन को अंजाम देने के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु, महाराष्ट्र के नासिक, पंजाब के मोहाली, जीरकपुर, हरयाणा के फरीदाबाद, हिमाचल के बद्दी आदि जगहों पर जाकर काफी काम किया.


इन बड़े अपराधों में शामिल थे ये बदमाश



  1. सज्जन उर्फ भोलू पर कुल डेढ़ लाख का इनाम है. वह 5 साल से फरार चल रहा था. सज्जन के खिलाफ जून 2019 में फरीदाबाद में हुई कांग्रेसी नेता विकास चौधरी की हत्या में शामिल होने का आरोप है. इसके अलावा अगस्त 2021 में मोहाली, पंजाब में अकाली दल के स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया(एसओआई) के पूर्व अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्की की हत्या में शामिल होने का आरोप है.

  2. अनिल उर्फ लट्ठ पर 1 लाख का इनाम घोषित है. वह पिछले 2 साल से फरार चल रहा था. अनिल पर भी एसओआई के पूर्व अध्यक्ष विक्रमजीत की हत्या में शामिल होने का आरोप है.

  3. अजय उर्फ सनी पिछले एक साल से फरार चल रहा था. अजय पर भी विक्रमजीत की हत्या में शामिल होने का आरोप है.

  4. सचिन उर्फ गचनु की गिरफ्तारी और 50 हजार का इनाम था. इस पर भी कबड्डी प्लेयर की हत्या में शामिल होने का आरोप है.

  5. कवींद्र देवेंद्र बामभिया गैंग का सदस्य है. बामभिया को एनकाउंटर में मार गिराया गया था. बामभिया अन्य गैंग को हथियार व शरण दिलाने का काम करता था.


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