Delhi Crime: दिल्ली (New Delhi) के सुभाष प्लेस की एक वैलनेस कंपनी में स्पेशल 26 के तर्ज पर लूट को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने 2 महिलाओं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि इस वारदात में 8 लोग शामिल थे, जो मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के फर्जी अधिकारी बनकर आये थे.


पुलिस ने इनके पास से लूट की रकम में से ₹4 लाख 50 हजार नगद, लैपटॉप 25 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मुंबई पुलिस के फर्जी आई कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं. इसके अलावा इनके बैंक अकाउंट से ₹2लाख भी पुलिस ने सीज किए हैं. आरोपियों में से दो ऐसे हैं, जिनके खिलाफ पहले भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. आरोपियों ने कंपनी में मुंबई पुलिस का अधिकारी बन कर लूटपाट की थी.


ये हैं आरोपियों के नाम और काम
आरोपियों की पहचान प्रशांत कुमार पाटिल, जाहिद, ज्योति उर्फ अंजली, नेहा कश्यप, इमरान, फैसल व संजय के तौर पर की गई है. इस लूट के मास्टरमाइंड जाहिद और प्रशांत हैं. प्रशांत राजस्थान में केंद्र सरकार के अधीन जेई के पद पर कार्यरत था, जो वर्तमान में बतौर जेई सस्पेंड चल रहा था. वह भोपाल पुलिस द्वारा भी चीटिंग केस में अरेस्ट हो चुका है. वहीं आरोपी जाहिद काले जादू, ताबीज आदि का काम करता था. नेहा कम्पयूटर एक्सपर्ट है, जो फर्जी आईडी बनाने के काम में माहिर है. उसी ने मुंबई कोर्ट का फर्जी वारंट भी बनाया था.


क्या था मामला?
नॉर्थ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के मुताबिक 10 अगस्त को एक कंपनी के मालिक विजय यादव ने पुलिस से  शिकायत कर सूचना दी कि वह नेताजी सुभाष प्लेस कॉम्पलेक्स में एक वेलनेस कंपनी का ऑफिस चलाता है. ऑफिस में स्टाफ भी है. 10 अगस्त को वह अपने स्टाफ के साथ मौजूद था. दोपहर लगभग 12:30 बजे एक महिला समेत 4 लोग ऑफिस में दाखिल हुए.


उन्होंने खुद को मुंबई पुलिस से बताया और मुंबई पुलिस के आई कार्ड भी दिखाए. फिर झूठे मामले में फंसाने के नाम पर 20 लाख रुपए की मांग की. इस दौरान उन बदमाशों ने सबके मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिए. विजय यादव को गन प्वाइंट पर लेकर उनकी पत्नी को कॉल करवाया और रुपयों की व्यवस्था करने के लिए कहा.


विजय की पत्नी 5 लाख 75 हजार रुपए लेकर ऑफिस पहुंच गई, जहां बाहर से ही इस गिरोह की महिला सदस्य ने रकम अपने कब्जे में ले ली. इन नकली पुलिस वालों ने पीड़ित की बैंक और एटीएम कार्ड डिटेल भी हासिल कर ली. इसके बाद शाम लगभग साढ़े पांच बजे पीड़ित और उसकी चार महिला कर्मियों को ऑफिस में बंद कर ये लुटेरे फरार हो गए. वे अपने साथ 10 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और पौने छह लाख रुपए ले गए.


सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से मिला फायदा
पुलिस ने जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. जिसमें सभी आरोपी नजर आ गए. टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस ने एक आरोपी की पहचान कर ली. सबसे पहले प्रशांत कुमार पाटिल को पकड़ा गया. पूछताछ में उसकी निशानदेही पर वारदात में शामिल अन्य छह आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि पुलिस को अब भी इस वारदात में शामिल एक अन्य आरोपी की तलाश है.


पुलिस को जांच में पता चला है कि माजिद, फैसल, इमरान और नेहा ऑफिस में घुसे थे. इनमें से फैसल ने खुद को मुंबई पुलिस (Mumbai Police) का इंस्पेक्टर, ज्योति ने सब इंस्पेक्टर बताया था. ये सभी आरोपी बॉलीवुड की स्पेशल 26 फिल्म से काफी प्रभावित थे और उन्होंने उसी अंदाज में इस वारदात को अंजाम भी दिया.




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