गणतंत्र दिवस (Republic Day) से पहले दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने नीरज बवानिया (Neeraj Bavania) और टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) गैंग को हथियार सप्लाई करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 27 अवैध पिस्टल व कारतूस बरामद किए गए हैं. साथ ही एक i10 कार और एक बाइक भी बरामद की है. आरोपियों के नाम मनीष (25) और शौकीन (38) है. मनीष दिल्ली का रहने वाला है और शौकीन, उत्तर प्रदेश के शामली जिले का. स्पेशल सेल ने ये भी दावा किया है कि दोनों हथियार सप्लायर नीरज बवानिया और टिल्लू ताजपुरिया गैंग के सदस्यों के साथ टेलीग्राम और व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क बनाए हुए थे और इन दोनों ऐप के माध्यम से ही हथियार का आर्डर लेते थे.
क्या है मामला
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि स्पेशल सेल की टीम को 18 जनवरी को सूचना मिली की बदमाश हथियारों की खेप लेकर बवाना के नजदीक एक पेट्रोल पंप पर आने वाले हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और एक व्यक्ति को चिन्हित किया, जो बाइक पर सवार था और कंधे पर बैग लिए हुए था. पुलिस उसकी तरफ बढ़ी. तभी उसने बाइक से फरार होने की कोशिश की.
हालांकि, वह कामयाब नहीं हुआ और पुलिस ने उसे दबोच लिया. आरोपी की पहचान मनीष के तौर पर हुई, जिसके बैग से 17 अवैध हथियार बरामद किए गए. उसे अरेस्ट कर लिया गया. मनीष से हुई पूछताछ के आधार पर 20 जनवरी को दूसरे आरोपी शौकीन को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके पास से 10 अवैध हथियार और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया.
अंतरराज्यीय सप्लायर थे दोनों
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया वे सिर्फ नीरज बावनिया और टिल्लू ताजपुरिया को ही नहीं बल्कि दिल्ली, यूपी और हरियाणा में कई अन्य गैंग के सदस्यों को भी हथियार सप्लाई करते हैं. मनीष ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि पिछले एक साल में वह 30 से ज्यादा अवैध हथियार सप्लाई कर चुका था.
डीयू के रामजस कॉलेज से ग्रेजुएट है मनीष
पुलिस ने बताया कि आरोपी मनीष ने रामजस कॉलेज डीयू से ग्रेजयूशन की है. वह अपनी बुआ के बेटे अमित और लोकेश के संपर्क में आकर गलत राह पर आ गया. लोकेश अभी जेल में है, जो नीरज बवानिया और टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य है. अमित मनीष से हथियार लेने के बाद अलग अलग गैंग के सदस्यों को बांट देता था.
मनीष के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में 2 आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं दूसरा आरोपी शौकीन बीते 10-12 साल से शामली, यूपी में हथियार सप्लाई कर रहा था. वह बख्तावरपुर निवासी लोकेश के संपर्क में आकर उसके गैंग को भी हथियार सप्लाई करने लगा था. इस पर भी कैराना में आर्म्स एक्ट का एक केस दर्ज मिला है.
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