दिल्ली पुलिस ने ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे लोगों से बरामद सिलेंडरों को जरूरतमंदों तक पहुंचाया
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से बने हाल प्रतिदिन बदतर होते दिख रहे है. ऐसे में अब दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर मानवीय चेहरा दिखाया है. पुलिस ने ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे लोगों से बरामद 48 ऑक्सीजन के सिलेंडर को जरूरतमंद लोगों के घरों तक पहुंचाया.
देशभर में कोरोना महामारी से हाहाकार मचा हुआ है. राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में बेड के साथ ऑक्सीजन की लगातार कमी बनी हुई है. ऐसे समय में दिल्ली पुलिस का एक बार फिर मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है.
दिल्ली पुलिस अपनी जान जोखिम में डालकर बढ़-चढ़कर लोगों की मदद कर रही है. दिल्ली के साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के सागरपुर थाने का काम देख रहे एसीपी रोहित गुप्ता ने कोर्ट से इजाजत लेकर ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग कर रहे लोगों से बरामद 48 ऑक्सीजन के सिलेंडर को जरूरतमंद लोगों के घरों तक पहुंचाया.
इतना ही नहीं एसीपी रोहित गुप्ता ने अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने की कॉल मिलने पर तुरंत ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इन ऑक्सीजन सिलेंडर को अस्पतालों तक पहुंचाया जिससे सैकड़ो कोविड मरीजो की जान बचाई जा सकी.
कोविड पेशेंट को एम्बुलेंस न मिलने पर पीसीआर में लगाए ये ऑक्सीजन सिलिंडर, पहुचाई मदद.
आपदा के समय में जहां अपने अपनों का साथ छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं दिल्ली पुलिस कई ऐसे कोविड मरीजों को भी कॉल मिलने पर अस्पताल में भर्ती करा रही है जिन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिल पा रही. दरअसल दिल्ली पुलिस को एक शख्स की कॉल मिली थी जिसे अस्पताल में भर्ती कराया जाना था. लेकिन एंबुलेंस न मिलने से उसकी जान खतरे में बनी हुई थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत अपनी सरकारी गाड़ी में ये ऑक्सीजन देकर इस शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया.
ब्लैकमार्केटिंग के दौरान बरामद इन ऑक्सिजन सिलिंडर का सही समय पर किया इस्तेमाल
दरअसल दिल्ली पुलिस के सागरपुर थाने ने एक सूचना मिलने के बाद ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं कुछ लोगों को गिरफ्तार कर एक गोडाउन से 48 ऑक्सिजन सिलेंडर बरामद किए थे. सागरपुर थाने का कार्यभार देख रहे एसीपी रोहित गुप्ता ने कोर्ट में एक याचिका लगाकर यह बात कही कि इस आपदा के समय में इन ऑक्सीजन सिलेंडर का सही इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर कोर्ट इजाजत दें तो सिलेंडर में भरी ऑक्सीजन को जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा सकता है. जिसके बाद कोर्ट ने इन सिलेंडर में भारी ऑक्सीजन का इस्तेमाल करने का आदेश दिया था। दिल्ली से वरुण जैन की रिपोर्ट.