नई दिल्ली: गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 'ग्रीन दिल्ली एप' को लांच किया और लांच करने के करीब 6 घन्टे के अंदर एप पर 228 शिकायतें मिली हैं, जो अलग-अलग विभागों से संबंधित हैं. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ग्रीन दिल्ली एप से मिलने वाली प्रदूषण फैलाने की शिकायतों के संबंध में अधिकारियों के साथ ग्रीन वार रूम में बैठक की.


पर्यावरण मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक ग्रीन दिल्ली एप से दिल्ली सरकार के 21 विभागों को जोड़ा गया है. जिसमें एम.सी.डी., जल बोर्ड, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, डी.डी.ए., पी.डब्लू.डी., डी.एस.आई.डी.सी, पर्यावरण विभाग मुख्य हैं. इन सभी विभागों में एक-एक नोडल अधिकारी और एक वरिष्ठ अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है. सभी नोडल और प्रभारी अधिकारियों को ग्रीन दिल्ली एप से मिली शिकायतों के संबंध में वॉर रूम से सामंजस्य स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है. वॉर रूम में 12 को-आर्डिनेटर तैनात किए गए हैं, जो शिकायतों की जांच करेंगे और निर्धारित 48 घंटे में शिकायत का समाधान कराना सुनिश्चित करेंगे.


पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर, उसके लिए 70 ग्रीन मार्शल नियुक्त किए गए हैं, जो मौके पर जाकर वास्तविकता की जांच करेंगे. 2 नवंबर को सभी विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी, ताकि प्राप्त शिकायतों का तय समय सीमा के अंदर निस्तारण किया जा सके. इसके साथ ही वॉर रूम से एप पर आने वाली शिकायतों की लाइव निगरानी की जा रही है, इसके लिए एक इंटरनल डैशबोर्ड तैयार किया है.


गौरतलब है कि ग्रीन दिल्ली एप की मदद से दिल्ली में कहीं भी बायोमस बर्निग, डस्ट पाल्यूशन या प्रदूषण फैलाने से संबंधित किसी भी घटना की शिकायत की जा सकती है. एप से भेजी गई जानकारी के आधार पर समस्या का समाधान किया जायेगा. 3 नवम्बर से दिल्ली में एन्टी क्रैकर अभियान भी शुरू होगा.