बेतहाशा आतिशबाजी, पटाखों ने बिगाड़ी हवा, दिल्ली में दिवाली पर 122 केस दर्ज, 63 गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पटाखा छोड़े जाने के मामले में नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में 57 केस दर्ज किये गए और करीब 140 किलो पटाखा बरामद किया गया. द्वारका इलाके की बता करें तो 42 केस दर्ज किया गया और 200 किलो पटाखे जब्त किये गये.
नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण से बुरा हाल है. लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. चारों तरफ धुंध की मोटी चादर बिछी है. दिवाली में बड़े पैमाने पर पटाखा छोड़े जाने की वजह से प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है. ये हालत तब हैं जब सुप्रीम कोर्ट ने पटाखों को लेकर सख्त निर्देश दिये हैं. शीर्ष अदालत ने पटाखा छोड़ने के लिये रात आठ से 10 बजे की समय-सीमा तय की थी. शीर्ष अदालत ने सिर्फ ‘हरित पटाखों’ के निर्माण और बिक्री की अनुमति दी थी.
कोर्ट ने पुलिस से इस बात को सुनिश्चित करने को कहा था कि प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री नहीं हो और किसी भी उल्लंघन की स्थिति में संबंधित थाना के एसएचओ को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा और यह अदालत की अवमानना होगी. लेकिन सारे आदेशों की अनदेखी करते हुए दिल्लीवासियों ने देर रात खूब पटाखे छोड़े.
हालांकि दिल्ली पुलिस ने आदेशों को लागू करने के लिए जगह-जगह दबिश भी दी और कम से कम 63 लोगों को गिरफ्तार किया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में 57 केस दर्ज किये गए और करीब 140 किलो पटाखा बरामद किया गया. द्वारका इलाके की बता करें तो 42 केस दर्ज किया गया और 200 किलो पटाखे जब्त किये गये. वहीं साउथ दिल्ली में 23 एफआईआर दर्ज कर 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 278 किलो पठाखा जब्त किया गया. नॉर्थ दिल्ली से 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
समय-सीमा का छिटपुट उल्लंघन किये जाने की बात स्वीकार करते हुए दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने देर रात कहा, ‘‘हम हालात की निगरानी कर रहे हैं.’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘उल्लंघन के छिटपुट मामले हुए हैं. कुछ इलाकों में लोग रात आठ से 10 बजे की समय-सीमा के बाद भी पटाखे फोड़ते नजर आए.''