नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर समेत पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के आसमान में धूल का गुबार छाया है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. धूल की परत की वजह से औसत न्यूनतम तापमान में पांच डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है और न्यूनतम पारा 28 डिग्री से 33 डिग्री हो चुका है.


जबतक बारिश नहीं, तबतक राहत नहीं


मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आसमान से जब तक राहत की फुहार नहीं बरसती तब तक लोगों को ऐसे ही प्रदूषण से दो-चार होना पड़ेगा. दिल्ली में धूल की समस्या से निपटने के लिए  सरकार ने कई बड़े कदम उठाने के एलान किए हैं ताकि लोगों को फौरी राहत मिल सके.


चंडीगढ़ में एयरपोर्ट ठप रहने की संभावना

दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ में आज भी धूल का ग़ुबार है. आसमान नीले की बजाए हल्का पीला दिख रहा है. धूल के गुबार को देखते हुए जेट इंडिगो की चंडीगढ़ एयरपोर्ट से उड़ने वाली सभी फ़्लाइट्स रद्द कर दी गई है. आज भी एयरपोर्ट ठप रहने की संभावना है. विज़िबिलिटी बिलकुल कम है.

16 जून के बाद दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना


दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली में निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. जगह-जगह पानी के छिड़काव का दावा भी किया जा रहा है. मौसम विभाग की माने तो 16 जून के बाद दिल्ली-एनसीआर में बारिश की संभावना है. धूल की वजह से दिल्ली का न्यूनतम तापमान बढ़ रहा है.


धूल के कारण बढ़ गई है गर्मी


दिल्ली के सभी भागों में पीएम 10 का स्तर 700 से 800 के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है. यही नहीं धूल के कारण रात की गर्मी और बढ़ गई है, क्योंकि धूल की चादर रात में भी ज़मीन की सतह की गर्मी को वायुमंडल में वापस जाने से रोक रही है. इसके चलते दिल्ली में न्यूनतम तापमान में भारी वृद्धि हुई है.



दिल्ली में चल रही हैं शुष्क और उत्तर-पश्चिमी हवाएं


गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री ऊपर 33 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली और आसपास के भागों में इस समय शुष्क और उत्तर-पश्चिमी हवाएं तेज़ी से चल रही हैं. यह हवाएं पाकिस्तान और राजस्थान से होकर आ रही हैं, जहां पहले से ही शुष्क मौसम के कारण धूल के कण और रेत हवा में घुलकर बादल की तरह छाए हुए हैं.


48 घंटों तक दिल्ली वालों का दम घोंटता रहेगा प्रदूषण


राजस्थान में 50 किलोमीटर प्रतिघण्टे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं. 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघण्टे की गति से हवा धूल का भंडार लेकर दिल्ली-एनसीआर तक पहुंच रही है. इस धूल से राहत, बारिश होने या हवाओं का रुख बदलने पर ही मिल सकती है. जबकि ऐसे बदलाव की कोई संभावना अगले 48 घंटों तक नहीं है. यानि 48 घंटों तक यह धूल और इसके कारण बढ़ा प्रदूषण दिल्ली वालों का दम घोंटता रहेगा. उसके बाद कुछ राहत मिल सकती है.


16 जून से बदलेगा हवा का रुख


इस समय हिमालय के तराई क्षेत्रों में एक ट्रफ बनी हुई है. यह 48 घंटों के बाद और सक्रिय होगी और दक्षिण में आएगी जिससे अनुमान है कि 16 जून से हवा का रुख बदलेगा और दिल्ली और एनसीआर में हल्की बारिश दर्ज की जाएगी. पश्चिम से आ रही यह धूल सप्ताह के आखिर में हवाओं का रुख बदलने और बारिश होने से साफ हो सकती है. हालांकि तेज़ गर्मी से जल्द राहत की संभावना फिलहाल नहीं है क्योंकि बारिश से तापमान में कुछ कमी ज़रूर होगी लेकिन आर्द्रता मौसम को असहज बनाए रखेगी.