Electric Buses In Delhi: दिल्ली में प्रदूषण (Dehli Pollution) को कम करने के लिए केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दौड़ाने का फैसला किया है. दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी. 


कैलाश गहलोत ने इस दौरान बीजेपी पर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली को मिलने वाली 1 हजार नई बसों को बीजेपी ने आने से रोक दिया. इसीलिए जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ती दिखाई देंगी. कैलाश गहलोत ने कहा कि नो एंट्री में किसी भी तरह के कमर्शियल व्हीकल जाने की इजाजत नहीं है. लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन L5-10 और N-1 को सरकार इस तरह के इलाकों में जाने की परमिशन दे रही है.



1000 प्राइवेट बसों का भी इंतजार


कैलाश गहलोत ने कहा कि लाइट कमर्शियल वाहन जैसे-छोटा हाथी की कैटेगरी L5-10 और N-1 इस तरह के एरिया में जा सकती हैं. गहलोत ने कहा कि सरकार की इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की वजह से इस एरिया में भी इलेक्ट्रिक गाड़ियां आ रहीं हैं. उन्होंने कहा कि जब सरकार ने पॉलिसी लागू की थी, तब दिल्ली में सिर्फ 46 लाइट कमर्शियल वाहन थे. लेकिन आज ऐसे वाहनों की संख्या 1054 हो गई है. 


1 हजार प्राइवेट बसें हायर करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए पब्लिक नोटिस जारी कर दिए गए हैं. बहुत ही जल्द ये बसें दिल्ली की सड़कों पर नजर आएंगी. उन्होंने बताया कि इनमें कुछ बसें एसी और कुछ नॉन एसी हैं.  डीटीसी बसों के आने में हो रही देरी पर कैलाश गहलोत ने कहा कि बीजेपी सरकार ने उन सभी बसों पर रोक लगा दी है. वरना ये सभी बसें जून महीने में ही सड़कों पर आ गई होतीं. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से इन बसों के आने में देर हुई है. हालांकि उनका प्रोटोटाइप आ चुका है. जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दिखाई देंगी. 


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