नई दिल्ली/बरेली: नोटबंदी के बाद से पिछले कुछ दिनों में करीब 313 करोड़ रुपए का काला धन पकड़ा जा चुका है. जिन लोगों के पास ये रकम बरामद हो रही है उनमें से कई ऐसे हैं जो कमीशन लेकर पुराने नोट बदलने का काम कर रहे हैं, पर सवाल ये है कि उन लोगों के पास नई करेंसी के नोट कहां से आ रहे हैं. पढ़ें दिल्ली और बरेली में पकड़े गए काले कैश की कहानी.


राजधानी दिल्ली में कल सुबह करोलबाग में एक होटल के कमरे में नोटों से भरे ब्रीफकेस मिले जिसमें सवा तीन करोड़ रुपए छिपा कर रखे गए थे. ये पूरी रकम बंद हो चुके 500 और 1000 के नोटों में थी. इसके बाद दिल्ली के ही छावला इलाके में एक रियल एस्टेट एजेंट के घर से 64 लाख 84 हजार रुपए और करीब 1 करोड़ रुपए की ज्वैलरी बरामद की गई. जब्त किए गए कैश में से 11 लाख 34 हजार रुपए 2000 के नए नोट में थे. क्राइम ब्रांच और आयकर विभाग की टीम इस मामले की जांच कर रही है.

बरेली कैश बरामद

दिल्ली के अलावा उत्तर-प्रदेश के बरेली में पुलिस ने कमीशन लेकर पुराने नोट बदलवाने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक ये लोग 17 प्रतिशत कमीशन की डील पर नोट बदलवाने आ रहे थे. उनके पास से 3 लाख 12 हजार का कैश बरामद हुआ, जिसमें से 2 लाख 28 हजार के 2-2 हजार के नोट थे.

काला कैश बरामद होने का सिलसिला देश के दूसरे शहरों में भी जारी रहा. जिसमें चंडीगढ़ में 2 करोड़ 69 लाख, गोवा में 92 लाख और रायगढ़ में 14 लाख रुपए का कैश जब्त किया गया है.

वहीं गुजरात के कच्छ जिले में 500 की नई करेंसी के नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक दफ्तर में छापा मारा तो वहां 500 के 119 नकली नोट और कलर प्रिंटर बरामद किए गए. इस मामले में 2 लोग गिरफ्तार किए गए हैं.