नई दिल्लीः मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 6-फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में बारिश से छत का एक हिस्सा गिर जाने की ख़बर पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के PWD मंत्री सत्येंद्र ने कहा, "मैंने खुद देखा है, लगभग 1940 की बनी हुई काफी पुरानी बिल्डिंग है, जिसमें छत पर दरारें आ गई हैं, थोड़ा हिस्सा गिरा भी है. इमारत की स्ट्रक्चरल सेफ्टी की जांच की जा रही है"


चैंबर की छत के बाद टॉयलेट की भी छत गिरी


दरअसल पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में बने चैम्बर की छत का एक हिस्सा तेज़ बारिश में गिर गया था. मुख्यमंत्री ने अपने आवास में एक दफ़्तर बनाया हुआ है, जिसमें खुद सीएम का भी अपना कमरा है, वहीं यह घटना हुई है. हालांकि इस घटना में किसी को चोट नहीं आई.


इस घटना के बाद एजेंसियों की मदद से मरम्मत का काम शुरू किया गया. छत का हिस्सा गिरने के दो दिन बाद जब मरम्मत का काम चल रहा था तब मुख्यमंत्री के चैम्बर के टॉयलेट की छत गिर पड़ी और उसके बाद टॉयलेट की मरम्मत का काम भी शुरू हुआ. जब टॉयलेट की छत की मरम्मत शुरू हुई तो इसी दौरान टॉयलेट की दीवार में दरारें पड़नी शुरू हो गई.


अधिकारी कर रहे आवास की स्थिति की समीक्षा


2015 से अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सिविल लाइंस  में '6 फ्लैगस्टाफ़ मार्ग' स्थित इस आवास में रह रहे हैं. ये इमारत लगभग 80 साल पुरानी है. तेज़ बारिश में यहां इस तरह की समस्या अक्सर होती है.


पिछले दिनों बरसात के बाद हुई घटना को देखते हुए फ़िलहाल पूरे मुख्यमंत्री आवास के ढांचे की समीक्षा की जा रही है. अधिकारियों के आंकलन की रिपोर्ट के बाद इस बारे में फ़ैसला किया जाएगा कि ये इमारत रहने के लिहाज से कितनी सुरक्षित है.


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