नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोग अभी भी बारिश का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में 2 जुलाई की शाम से 3 जुलाई को हल्की बारिश हो सकती है. इसके चलते तापमान थोड़ा गिर सकता है. कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि मानसून के लिए अगले 6-7 दिनों तक कंडीशन फेवरेबल नहीं है. लगभग 6-7 जुलाई तक दिल्ली एनसीआर और बाकी हिस्से में मानसून की संभावना नहीं है.


सोमवार को इस गर्मी में पहली बार चली लू


मानसून के नदारद रहने के साथ ही सोमवार को दिल्ली में पहली बार इस गर्मी में लू चली और तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल का अभी तक का सर्वाधिक तापमान था. लोधी रोड, रिज और पूसा इलाके में भीषण लू चली, जहां तापमान क्रमश: 42.6 डिग्री सेल्सियस, 43.4 डिग्री सेल्सियस और 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था. वहीं, नजफगढ़ में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री सेल्सियस और मुंगेशपुर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इन स्थानों पर भी भीषण लू का प्रकोप था.


आईएमडी के अनुसार, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर ‘लू’ घोषित की जाती है. सामान्य से 6.5 डिग्री अधिक तापमान होने पर ‘भीषण’ लू की घोषणा की जाती है.


श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ आम तौर पर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जून तक लू चलती है और इसके बाद तापमान कम होने लगता है. इस बार मानसून की देरी की वजह से शायद तापमान बढ़ रहा है.’’ आम तौर पर मानसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है. आखिरी बार 2012 में सबसे देरी से सात जुलाई को मानसून दिल्ली पहुंचा था.


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