Delhi Rains: भारी बारिश के बीच हरियाणा ने यमुना में छोड़ा 1 लाख क्यूसेक पानी, दिल्ली सरकार ने जारी की बाढ़ की चेतावनी
Delhi Rain Update: दिल्ली में यमुना नदी के पास स्थित निचले इलाके बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील माने जाते हैं और वहां करीब 37,000 लोग रहते हैं. जिसे देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है.
Delhi Rains: दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश (Rain) का कहर देखने को मिल रहा. सड़कें तालाब बन चुकी हैं, नदिया उफान पर हैं, पानी के तेज बहाव में कई पुल बह गए हैं. दिल्ली में आम जनता के साथ-साथ सांसदों के घरों में भी पानी घुस गया है. जलभराव के कारण जगह-जगह लंबा जाम देखा जा रहा है. दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सोमवार (10 जुलाई) को स्कूलों की भी छुट्टी कर दी गई है.
इसी बीच हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है. दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और इसके मंगलवार को खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार करने की आशंका है.
बढ़ रहा यमुना नदी का जलस्तर
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के बाढ़ निगरानी पोर्टल के अनुसार, ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर रविवार दोपहर एक बजे 203.18 मीटर था, जबकि खतरे का स्तर 204.5 मीटर है. सीडब्ल्यूसी ने कहा कि मंगलवार को सुबह 11 बजे से अपराह्न एक बजे के बीच जलस्तर 205.5 मीटर तक बढ़ने की आशंका है.
दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूटा
दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई. जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है. मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें मध्यम बारिश की चेतावनी दी गई है. दिल्ली में यमुना नदी के पास के इलाकों में करीब 37,000 लोग रहते हैं. हरियाणा से पानी छोड़े जाने के बाद हालात बदतर होने की संभावना है.
1978 और 2010 की यादें हुईं ताजा
राष्ट्रीय राजधानी में ये स्थिति देखकर 1978 और 2010 की यादें ताजा हो गईं. तब बाढ़ के कारण लाखों लोग प्रभावित हुए थे. 1978 में दिल्ली के कई हिस्से पानी में डूब गए थे. लोगों के घरों में पानी भर गया था और फसलें बर्बाद हो गई थीं.
इस बाढ़ के कारण हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े थे. आजतक के मुताबिक, 1978 में लोहे के पुल पर यमुना का स्तर 207.49 मीटर के निशान पर पहुंच गया था. इसके बाद दो बार और यमुना का स्तर 207 मीटर के निशान के पार गया है. यमुना का जल स्तर साल 2010 में 207.11 मीटर और साल 2013 में 207.32 मीटर पार कर गया था.
(इनपुट पीटीआई से भी)
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