नई दिल्ली: भ्रष्टाचार खत्म करने और ईमानदार राजनीति को लेकर बड़े बड़े दावे करने वाली केजरीवाल सरकार राशन घोटाले के आरोपों से घिर गई है. घोटाला सामने आने के बाद दिल्ली सरकार हरकत में आई है. दिल्ली सरकार घोटाली की सीबीआई जांच की बात कह रही है.
दिल्ली सरकार की ओर से सफाई दी जा रही है कि हम तो पहले से ही कह रहे थे कि राशन की चोरी हो रही है. सरकार ने घोटाले का ठीकरा दिल्ली के अफसरों पर फोड़ दिया है. इसके साथ ही पार्टी का आरोप है कि ये सबकुछ उपराज्यपाल की शह पर हो रहा है.
हमारे पास दोषी अधिकारियों को सस्पेंड करने की पॉवर भी नहीं: सिसोदिया
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए दिल्ली डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, ''राशन के खिलाफ हम लोगों ने लंबी लड़ाई लड़ी है. हमें पता है कहां चोरी हो रही है. तीन सालों से लगातार बता रहे हैं कि कहां गड़बड़ है. हमने कहा डोर स्टेप डिलीवरी करने दीजिए, एलजी कहते हैं कि सब ठीक चल रहा है. कैग के खुलासे के बाद अब मानना पड़ेगा.''
सिसोदिया ने कहा, ''मैं खुद जाता हूं तो विधायक शिकायत करते हैं चोरी हो रही है. राशन दो पहिया, तीन पहिया पर कैसे आ सकता है? कैग ने पकड़ा लेकिन हमारे पास उन अफसरों को सस्पेंड करने की पावर नहीं है.''
उन्होंने कहा, ''CBI की जांच भी होगी उससे पहले मामला PAC के पास जाएगा. इसमें एक एक चीज़ का जवाब जाएगा. पिछले तीन साल मुख्यमंत्री हर मंत्री पर सीधे नज़र रख रहे हैं. अब मंत्री की गलती होगी तो मंत्री जेल जाएंगे, अफसरों की गलती होगी उन्हें जेल जाना होगा."
कांग्रेस ने की सीबीआई जांच की मांग
रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है. दिल्ली कांग्रेस के नेता जेपी अग्रवाल ने कहा, ‘’स्कूटर और मोटरसाइकिल पर अनाज की ढुलाई इस बात का इशारा करती है कि अनाज लोगों तक पहुंचा ही नहीं. इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.’’
इसमें केजरीवाल सरकार की मिलीभगत है- बीजेपी
कैग रिपोर्ट में गड़बड़ियों के मसले पर विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, ‘’जो भ्रष्टाचार को मिटाने का दावा करते थे उनकी नाक के नीचे से यह सब कुछ हो रहा है अगर यह कहा जाए कि इसमें सरकार की मिलीभगत है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.’’
क्या है पूरा मामला?
देश में कई बड़े घोटाले सामने लाने वाली संस्था CAG ने दिल्ली में राशन चोरी का संदेह जताया है. CAG जांच में सामने आया है कि राशन की ढुलाई के लिए 8 ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ जो बस, बाइक या ऑटो थे. CAG ने सवाल उठाया है कि ये कैसे संभव है कि 1589 क्विंटल राशन बाइक और ऑटो पर ले जाया जा सके.