नई दिल्ली: दिल्ली में होली के दिन सोमवार को अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 76 वर्षों में मार्च में सबसे अधिक है. यह जानकारी मौसम विभाग ने दी. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो सामान्य से आठ डिग्री अधिक है. उन्होंने कहा, ‘‘यह 31 मार्च 1945 के बाद से सबसे गर्म दिन था, जब अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.’’
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पिछले तीन से चार दिनों से हवा की गति कम होने और आसमान साफ होने के चलते कड़ी धूप निकलने को लेकर अधिक तापमान दर्ज किया गया.’’ दिल्ली में 29 मार्च 1973 को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मार्च में तीसरा सबसे गर्म दिन था.
आईएमडी ने कहा कि नजफगढ़, नरेला, पीतमपुरा और पूसा में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस, 41.7 डिग्री सेल्सियस, 41.6 डिग्री सेल्सियस और 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
विभाग के मुताबिक मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो, तब उसे ‘लू’ घोषित किया जाता है. वहीं, तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक हो जाने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है.
श्रीवास्तव ने कहा कि मंगलवार को 35 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने से अधिकतम तापमान घट कर करीब 38 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा. वहीं, मौसम विभाग ने असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के लिए ‘आरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए इन पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ वर्षा और बूंदाबांदी होने का पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग ने दो अप्रैल तक पूर्वोत्तर भारत में तेज वर्षा होने का भी पूर्वानुमान किया है.