नई दिल्ली: दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 534 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 11,000 से अधिक हो गई है. इसके साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 176 हो गई है. वहीं दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में इलाकों का रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में वर्गीकरण करने के लिए एक नई प्रक्रिया अपनाने का निर्णय लिया है.


इससे पहले 19 मई को संक्रमण के पांच सौ मामले सामने आए थे. बुधवार को जारी बुलेटिन में दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की संख्या 176 हो गई है और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,088 हो गई है.


बुलेटिन में कहा गया कि मृत्यु जांच समिति (डेथ ऑडिट कमेटी) को विभिन्न अस्पतालों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार मौत की कुल संख्या का तात्पर्य उन मामलों से है जहां मौत का प्राथमिक कारण कोविड-19 बताया गया है.


कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले और निषिद्ध क्षेत्र की संख्या में कमी के बीच स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों से कहा है कि वह मौजूदा दिशा-निर्देश के अनुसार अपने क्षेत्रों में निषिद्ध क्षेत्र की पहचान करें. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यहां निषिद्ध क्षेत्र कम होकर अब 69 रह गए है.


मृतकों में 26 प्रतिशत से अधिक लोग 50 से 59 वर्ष की आयु वाले


राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वालों में से 26 प्रतिशत से अधिक लोग 50 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के थे. आधिकारिक आंकड़ों से यह पता चला है. कुल मृतकों में से 92 मरीज 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के थे, जो कुल मृतकों का 52 प्रतिशत से अधिक है.


बुधवार को जारी नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, उनमें से 47 मरीजों (26.71 प्रतिशत) की उम्र 50-59 के बीच और 37 मरीजों (21.02 प्रतिशत) की उम्र 50 वर्ष से कम थी.