नई दिल्ली: दिवाली से एक दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में हवा की क्वालिटी काफी प्रदूषित हो गई है. शुक्रवार को हवा की रफ्तार तेज थी जिसमें प्रदूषित कण देखे गए वहीं कई लोगों को सांस लेने में भी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा था. इसी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने प्रदूषण कंट्रोल प्राधिकरण को इसे कंट्रोल करने के लिए कड़े निर्देश दिए हैं. इसमें कई सिफारिशें 10 सदस्यों वाली एंट्री पॉल्यूशन टास्क फोर्स की तरफ से भी आई हैं. दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की जिस समस्या ने लोगों का ध्यान खींचना शुरू किया था वह दिवाली आते-आते और अधिक गंभीर रूप लेती दिख रही है. ऐसे में लोगों को ये वार्निंग दी जा रही है कि ये दिवाली पास आते-आते ये और खतरनाक हो सकती है.
शुक्रवार को नोट किया गया एयर क्वालिटी इंडेक्स 326 था. दिल्ली यूनिवर्सिटी में ये आंकड़ा 357 था तो वहीं चांदनी चौक में 325. अगर हम एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो 0 से 50 के बीच का इंडेक्स अच्छा होता है तो वहीं 51 से 100 के बीच का संतोषजनक और 101 से 200 के बीच का मध्यम तो वहीं 201 से 300 तक के बीच का सबसे खराब और 401 से 500 के बीच का खतरनाक.
दिवाली में प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार भी अपने तरीके लेकर आई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदूषण कम करने के लिए ' कम्युनिटी दिवाली ' मनाई जाएगी साथ ही इसे देखने के लिए किसी पास या फिर एंट्री फीस की जरूरत नहीं होगी क्योंकि ये पूरी तरह से मुफ्त होगा. 26 अक्टूबर को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल लेज़र शो का उद्घाटन करेंगे. कम्युनिटी दिवाली में लेज़र शो के अलावा लोगों के लिए शॉपिंग , फूड फेस्टिवल इत्यादि आकर्षण भी होंगे.
गौरतलब है कि दिल्ली में सर्दियां आने पर वायु प्रदूषण तेज़ी से खराब हो जाता है , दिवाली के बाद हवा के गुणवत्ता ' गंभीर 'की श्रेणी में पहुंच जाती है जिसके मद्देनजर सरकार द्वारा ये तरकीबें अपनाई जा रही है. मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोगों को ' कम्युनिटी दिवाली' में आने के लिए आमंत्रित किया और पटाखों के इस्तेमाल को पूरी तरह से बर्खास्त करने की अपील भी की.