COVID 19 Cases In Delhi: 28867 नए केस के साथ दिल्ली में कोरोना के सभी रिकॉर्ड टूटे, मुंबई में कम हो रही है रफ्तार!
COVID 19 Cases In Mumbai: मुंबई में COVID 19 के 13,702 नए मामले सामने आए हैं. बुधवार को 16 हजार 420 केस की पुष्टि हुई थी.
COVID 19 Cases In Delhi: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना (Coronavirus) की बेकाबू रफ्तार जारी है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में COVID 19 के 28867 नए मामले आए हैं. ये दिल्ली में किसी भी एक दिन में आए सबसे ज्यादा कोरोना मामले है, इससे पहले सबसे अधिक 20 अप्रैल को 28395 केस आए थे. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 31 मरीजों की मौत हुई है. शहर में संक्रमण दर बढ़कर 29.21 फीसदी हो गई है.
वहीं मुंबई में कोविड-19 के 13,702 नए मामले सामने आए हैं, जो कल के मुकाबले 16 फीसदी कम है. महानगर में छह और मरीजों की मौत हुई है. मुंबई में बुधवार को 16 हजार 420 केस की पुष्टि हुई थी. वहीं मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 11647 और सोमवार को 13648 केस आए थे.
दिल्ली का हाल
दिल्ली में बुधवार को 27561, मंगलवार को 21259, सोमवार को 19166, रविवार को 22751, शनिवार को 20181, शुक्रवार को 17335 और गुरुवार को 15097 केस की पुष्टि हुई थी. इस समय शहर में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 94,160 है, जो करीब साढ़े 8 महीने में सबसे ज्यादा है. इससे पहले 1 मई को 96,747 सक्रिय मरीज थे. दिल्ली में 25,271 मरीजों की अब तक कोरोना से मौत हुई है.
पिछले चार दिनों में सात बच्चों की भी कोविड के कारण मौत हो गई, जिनमें से तीन बच्चे एक साल से भी कम आयु के थे. कोविड के कारण अपनी नौ महीने की बेटी को खोने वाले सुनील कुमार (बदला हुआ नाम) ने कहा, ''हमें नहीं पता कि कैसे हमारी छोटी सी बच्ची संक्रमण की चपेट में आ गई. ना ही मैं और ना ही मेरी पत्नी संक्रमित हैं.''
वजीराबाद निवासी कुमार अपनी बेटी का चेकअप कराने संत परमानंद अस्पताल गए थे, जहां परीक्षण में सात जनवरी को बच्ची संक्रमित पाई गई. उसे अगले दिन लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां नौ जनवरी को उसकी मौत हो गई.
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने उम्मीद जताई है कि मामलों में जल्द ही गिरावट आनी शुरू हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले चार दिनों में अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या स्थिर हो गयी है. मामले बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की दर उसी अनुपात में नहीं बढ़ी है. मामलों में वृद्धि को दिल्ली में जांच की संख्या में वृद्धि से जोड़ा जा सकता है.’’