नई दिल्लीः दिल्ली दंगों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि इन दंगों का निजामुद्दीन मरकज कनेक्शन भी हो सकता है, क्योंकि जिस स्कूल की छत से बड़ी गुलेल के जरिए एसिड बम आदि फेंके गए थे उस स्कूल का मालिक निजामुद्दीन मरकज के प्रभावशाली लोगों के संपर्क में था. इसके साथ ही दंगे से 1 दिन पहले वह देवबंद भी गया था. दिल्ली पुलिस ने आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या के लिए सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर खान को जिम्मेदार बताया है. दिल्ली पुलिस ने आज राजधानी स्कूल और अंकित शर्मा हत्याकांड दोनों के मामले में आरोपपत्र कोर्ट के सामने पेश किया है.


क्या है मामला


उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर थाना क्षेत्र में दिल्ली में हुए दंगों के दौरान दंगाइयों ने राजधानी स्कूल में गुलेल लगाई थी. इस गुलेल के जरिए दंगाइयों ने निर्दोष लोगों पर पेट्रोल बम, एसिड की बोतलें अन्यय घातक हथियारों से प्रहार किया था. जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी. गुलेल जिस राजधानी स्कूल की छत पर लगाई गई थी उसका मालिक फैजल फारुख बताया गया है.


दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच के दौरान फैजल फारूक समेत कुल 18 लोगों को गिरफ्ताार किया है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि इस मामले की जांच के दौरान जो तथ्य सामने आया है, उससे एक बार फिर दिल्ली का निजामुद्दीन मरकज सवालों के बड़े घेरे में आ जाता है.


दिल्ली पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक इस मामले की जांच के दौरान जब फैजल फारुख के कनेक्शनों की जांच की गई तो पता चला कि वह पीएफआई और पिंजरा तोड़ संगठनों के संपर्क में तो था ही इसके अलावा सबसे अहम बात यह की यह निजामुद्दीन मरकज के प्रभावशाली लोगों के संपर्क में भी था. साथ ही साथ दंगे के 1 दिन पहले यह देवबंद भी गया था अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है निजामुद्दीन मरकज की इस दंगे में क्या भूमिका है.


क्या हुआ था


दरअसल 24 फरवरी को दिल्ली में सीएए विरोध के नाम पर हुई हिंसा के दौरान दंगाइयों ने पहले तो करावल नगर खजुरी खास स्थित ताहिर हुसैन के मकान को और फिर शिव विहार स्थित राजधानी पब्लिक स्कूल को अपना केन्द्र बनाया था. क्योंकि यह दोनों ही इमारतें ऊंची और मुस्लिम मालिकों की थीं. यहीं वो राजधानी स्कूल है जिसकी सबसे ऊपरी छत को दंगाइयों ने अपना केन्द्र बनाते हुए वहां गुलेल को लगाया था. इसके साथ ही बड़ी संख्या में ईंट-पत्थर और पेट्रोल बम और तेजाब की बोतलों को छत पर पहले ले ही तैयारी के साथ रखा गया था. हालांकि पुलिस ने अपनी जांच में यह भी कहा है कि राजधानी स्कूल की बगल में एक अन्य स्कूल के मालिक की राजधानी स्कूल के मालिक से दुश्मनी थी लिहाजा दंगे के बीच इस दुश्मनी को भी पूरी तरह से साधा गया.


दिल्ली पुलिस कर रही मामले की जांच


पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस मामले में आरोप पत्र दायर किए जाने के बावजूद अभी जांच जारी है, क्योंकि दिल्ली पुलिस जानना चाहती है कि दंगों के कनेक्शन निजामुद्दीन मरकज से कैसे और किस तरह से जुड़े हुए थे. साथ ही राजधानी स्कूल के अलावा क्या मरकज के लोग अन्य जगहों पर भी दंगाइयों के संपर्क में थे. यदि पुलिस को पुख्ता सबूत मिले तो आने वाले दिनों में मौलाना साद और मरकज दोनों की परेशानियां बढ़ सकती हैं.


ताहिर हुसैन पर दायर हुआ आरोप पत्र


दिल्ली पुलिस ने आज जो दूसरा आरोपपत्र दायर किया है वह आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या से संबंधित है. पुलिस के आरोपपत्र के मुताबिक आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के लिए निगम पार्षद ताहिर हुसैन जिम्मेदार है. पुलिस की जांच के मुताबिक ताहिर हुसैन ने अंकित शर्मा की हत्या का षड्यंत्र रचा और उसे एक साजिश के तहत मारा गया. जिस कथित भीड़ ने अंकित शर्मा की हत्या की उसका नेतृत्व पुलिस के मुताबिक खुद ताहिर हुसैन कर रहे थे. पुलिस का दावा है कि अंकित शर्मा को जिस हथियार से मारा गया वह हथियार और अंकित शर्मा के खून से सने कपड़े भी पुलिस ने जांच के दौरान बरामद कर लिए हैं.


पार्षद ताहिर पर एक और संगीन आरोप पत्र दाखिल कर दिया गया है इसके पहले दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ताहिर हुसैन के खिलाफ एक और आरोप पत्र दाखिल किया था, ध्यान रहे कि अंकित शर्मा का शव पास के ही एक नाले से बरामद हुआ था और चश्मदीदों के मुताबिक यही बात सामने आई थी कि अंकित शर्मा की हत्या में ताहिर और उसके साथियों का हाथ था दिल्ली पुलिस ने इस मामले में ताहिर हुसैन समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.


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