नई दिल्ली: दिल्ली दंगों की जांच में पता चला है कि शाहीन बाग और ओखला में बनी शेल कंपनियों के जरिए नगद पैसा निकालकर बांटा गया था. इन शेल कंपनियों में से एक कंपनी के निदेशक के तौर पर निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन का नाम भी मिला है.


पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि इन कंपनियों में दंगे के पहले करोड़ों रुपया जमा कराया गया और फिर दंगे के कुछ समय पहले इन कंपनियो से नगदी के तौर पर पैसा निकाला गया जबकि ये पैसा एक मायने मे सफेद पैसा था क्योकि इन कंपनियो मे पैसा विभिन्न जगहों से आया था. पुलिस के मुताबिक इस पैसे को दंगाइयों में बांटा गया.


दिलचस्प बात ये कि इन कंपनियो के पास कोई काम नहीं था लेकिन तब भी इन कंपनियों के खातों में पैसे जमा कराए गए इनमें से एक कंपनी के निदेशक के तौर पर ताहिर हुसैन सैफी का नाम भी दर्ज है.


इसी साल फरवरी के महीने में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुए दंगों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई. सैकड़ों की संख्या में लोग जख्मी हो गए थे.