Delhi Rohini Court Blast Case: पुलिस ने अब तक 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जानें तीन दिन बाद कहां तक पहुंची जांच
Rohini Court Blast Case: तीन दिन बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस अभी तक ये नहीं पता कर पाई है कि आखिरकार दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट किसने और किस मकसद से किया.
Delhi Court Blast Case: तीन दिन बीत जाने के बाद भी दिल्ली पुलिस अभी तक ये नहीं पता कर पाई है कि आखिरकार दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में ब्लास्ट किसने और किस मकसद से किया. पुलिस की टीम 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है. सूत्रों की माने तो फुटेज में कुछ संदिग्ध नज़र आ रहे हैं. अब पुलिस की टीम इन संदिग्धों की तलाश में जुटी है. इन संदिग्धों में एक महिला भी शामिल है. पुलिस को शक है कि इस महिला का संदिग्धों से कुछ लिंक हो सकता है.
हालांकि पुलिस का कहना है कि उनके लिए हर वो शख्स संदिग्ध है जो उस समय कोर्ट रूम के पास मौजूद था. अब पुलिस की टीम इन सभी का पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस ये जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिरकार ये कौन लोग थे और किस मकसद से कोर्ट में गए थे. दिल्ली पुलिस की दर्जनों टीमें इस ब्लास्ट की जांच में जुटी है लेकिन अभी तक कुछ भी पुख्ता पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है.
खंगाले गए 50 से ज्यादा सीसीटीवी
9 दिसंबर को हुए ब्लास्ट के मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली पुलिस की टीम अब तक 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है इतना ही नहीं स्पेशल सेल की टीम ने रोहिणी कोर्ट और उसके आसपास के मोबाइल टावर से डंप डाटा भी लिया है. ये डंप डाटा ब्लास्ट से 2 घंटे पहले और 2 घंटे बाद का लिया गया है. रोहिणी कोर्ट के एक किलोमीटर के दायरे में ब्लास्ट के समय जितने भी नंबर एक्टिव थे, उन सभी नंबरों की बारीकी से जांच की जा रही है. इन सभी नंबरों को फ़िल्टर करके पुलिस संदिग्धों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
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पुलिस के सूत्रों की माने तो कोर्ट में जो ब्लास्ट हुआ वो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) था और इसे स्टील के टिफिन में एक बैग में रखा गया था. ब्लास्ट के बाद मौके से लोहे कील, छर्रे, बैटरी और जो तार बरामद हुई है उसे जांच के लिए भेजा गया है. इतना ही नहीं जो सफेद पाउडर बरामद हुआ था वो अमोनियम नाइट्रेट हो सकता है. इस बात की आशंका जताई जा रही है लेकिन पुलिस का कहना है कि उसकी FSL रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि आखिर वो क्या था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इस ब्लास्ट की जांच कर रही है. सूत्रों की माने तो दिल्ली पुलिस को शक है कि दिल्ली में कहीं ना कहीं स्लीपर सेल एक बार फिर से एक्टिव हुए हैं. इस एंगल पर भी पुलिस की टीम काम कर रही है.
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