दिल्ली: जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर बवाल, हिंसा में 6 पुलिसकर्मी समेत 7 लोग जख्मी, 10 लोग गिरफ्तार, जानिए बड़ी बातें
Communal clash on Hanuman Jayanti: हिंसा के बाद जहांगीरपुर में शांति कायम करने के लिए सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया. RAF के जवान भी सड़कों पर उतर गए हैं.
देश में एक बार फिर दो समुदायों के बीच हिंसा की घटना हुई है. इस बार घटना राजधानी दिल्ली में हुई. कल हनुमान जयंती का मौका था. दिल्ली में कई जगहों पर जुलूस और शोभायात्रा निकाली गई. इस बीच उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए जिससे भारी हंगामा हुआ और फिर पत्थरबाजी और हथियार भी चले.
यह पूरी घटना शाम 5 से 5.30 बजे के बीच में घटी. तब हनुमान जयंती की शोभायात्रा जहांगीरपुरी के कुशल सिनेमा के पास से गुजर रही थी. उसी समय शोभायात्रा पर पथराव शुरू हो गया. सड़कों पर काफी दूर से पत्थर फेंके जा रहे थे. मिली जानकारी के अनुसार इस हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया. कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. वहीं कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. जब गाड़िया जलाई गई. लोग सड़कों पर इधर-उधर भागते दिखे.
बवाल बढ़ने के बाद पुलिस के जवान भी सड़कों पर उतरे. पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लोगों को एक जगह पर जमा कर आगे बढ़ने से रोका. पत्थरबाजी करने वाली भीड़ के हाथों में डंडे और तलवार तक देखे गए. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस हिंसा में कुल 7 लोग घायल हुए हैं. जिनमें 6 पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक शामिल हैं. दिल्ली पुलिस के एक एसआई को गोली भी लगी है. जिनका नाम मेघलाल है. घायलों को दिल्ली के भीम राव अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
वहीं फिलहाल हिंसा के बाद जहांगीरपुर में शांति कायम करने के लिए सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया. RAF के जवान भी सड़कों पर उतर गए. इस पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया गया है और लोगों से अपने घरों के भीतर रहने की अपील की जा रही है.
आर्म्स एक्ट, दंगे और हत्या की कोशिश की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के जरिए हमलावर लोगों की पहचान की जा रही है. जिनकी गिरफ्तारी की कोशिश होगी. कल रात हालात काबू में करने के बाद दिल्ली पुलिस ने नाइट विजन ड्रोन की मदद से जहांगीरपुरी इलाके का जायजा लिया. ताकि पता चल सके कि किसी की छत पर पत्थर या हथियार तो नहीं जमा किए गए हैं.
दिल्ली में कुल हुई हिंसा की जांच के लिए दिल्ली पुलिस से लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सभी एक्शन में आ चुके हैं. हिंसा की जांच के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं. इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच करेगी. साजिश के एंगल से भी दिल्ली उपद्रव की जांच की जाएगी.
हालांकि शुरुआती जांच पहले से साजिश की तरफ इशारा कर रही है. क्योंकि ये सवाल भी उठ रहे हैं कि घटना के वक्त सड़कों पर फेंके गए इतने पत्थर अचानक कहां से आए. क्या ये पहले से जमा कर रखे गए थे.
मामले की जांच रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी
इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी. गृह मंत्री अमित शाह ने भी दो सीनियर पुलिस अधिकारियों से बात की है. जिसमें पुलिस कमिश्नर और स्पेशल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर शामिल हैं. अमित शाह ने उन्हें जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों को भी जुलूस के दौरान हुई हिंसा की पूरी जानकारी दी है. दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने भी पुलिस कमिश्नर से बात कर हालात की जानकारी ली. पथराव की घटना की निंदा करते हुए कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा. एलजी ने लोगों से शांति रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की मदद की अपील की है.
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
एलजी ने सीएम केजरीवाल से भी बात की. जिसकी जानकारी खुद अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर दी. केजरीवाल ने भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं दिल्ली पुलिस कमिशनर राकेश अस्थाना के मुताबिक हालात अब पूरी तरह काबू में है. पुलिस को पेट्रोलिंग बढाने को कहा गया है. तो दिल्ली पुलिस लोगों से अफवाहों को लेकर सतर्क रहने की अपील भी कर रहे हैं. वहीं सूत्रों की माने तो इस मामले में फिलहाल दिल्ली पुलिस ने तक़रीबन 9 लोगों को हिरासत में लिया है.
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