दिल्ली में 1 सितंबर से स्कूल खोलने का एलान दिल्ली सरकार ने कर दिया है. चरणबद्ध तरीके से दिल्ली में स्कूल खोलने की तैयारी सरकार कर रही है. पहले चरण में नवीं से बारहवीं क्लास तक के लिए स्कूल खोलने की घोषणा की गई है.
ऐसे में बड़ा सवाल ये भी है कि कोरोना काल में बन्द पड़े स्कूलों में सरकार ने वैक्सीनेशन ड्राइव चलाने की जो मुहिम शुरू की थी उसका क्या होगा? वैक्सीनेशन के अलावा दिल्ली में स्कूल परिसर का इस्तेमाल राशन बांटने के लिए भी किया जा रहा है. हालांकि अब इस पर तस्वीर साफ करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जिन स्कूलों में राशन बांटने और वैक्सीनेशन का काम चल रहा है वो चलता रहेगा.
50 फीसदी से ज़्यादा वैक्सीनेशन दिल्ली के सरकारी स्कूलों में
दिल्ली में 900 से ज़्यादा सरकारी वैक्सीनेशन साइट्स पर वैक्सीन लगाई जा रही है जिसमें सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल और डिस्पेंसरी शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक इन वैक्सीनेशन साइट्स में करीब 50 फीसदी से ज़्यादा वैक्सीनेशन दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चलाई जा रही है. जिसमें दिल्ली सरकार और नगर निगम के स्कूल शामिल हैं. इसके अलावा 272 सरकारी स्कूलों में राशन बांटने का काम किया जा रहा है.
कोरोना की शुरुआत के बाद से ही दिल्ली में स्कूलों का इस्तेमाल पका हुआ खाना और सूखा राशन बांटने के लिए किया जाता था. वैक्सीन आने के बाद वैक्सीनेशन ड्राइव में तेज़ी लाने के लिए दिल्ली सरकार ने बंद पड़े स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर शुरू करने का एलान किया. इस तरह से लगातार सरकारी स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ का इस्तेमाल कोविड सेवाओं में किया जाता रहा है.
हमारे पास पर्याप्त जगह है- मनीष सिसोदिया
हालांकि अभी स्कूल खुलने पर भी ये सेवाएं जारी रहेंगी या नहीं इस पर स्तिथि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साफ कर दी है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जहां-जहां राशन बांटने का और वैक्सीनेशन का काम स्कूलों में चल रहा है वह चलता रहेगा. इन जगहों को बच्चों से थोड़ा अलग कर देंगे ताकि बच्चे उनके कांटेक्ट में ना आए क्योंकि अभी चार कक्षाओं की ही क्लासेस खुल रही है तो स्कूलों में जगह की बहुत ज्यादा समस्या नहीं है.
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जहां-जहां स्कूलों में वैक्सीनेशन चल रहा है हमने उसकी पूरी समीक्षा कर ली है. कुछ ऐसे सेंटर हैं जहां ज्यादा क्लासरूम वैक्सीनेशन के काम में इस्तेमाल की जा रही हैं. ऐसी जगहों पर सेंटर कम कर लेंगे लेकिन क्योंकि अभी 9वीं से 12वीं के लिए ही स्कूल खोले जा रहे हैं तो हमारे पास पर्याप्त जगह है. स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर अभी चलते रहेंगे क्योंकि क्लासरूम काफी हैं और नए भी बन गए हैं तो रूम की कमी हमारे पास नहीं है.
गौरतलब है कि दिल्ली में अब तक 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है जिसमें पहली और सेकेंड डोज़ दोनों शामिल हैं. वहीं 30 लाख से ज्यादा लोगों को सेकेंड डोज़ लगाई जा चुकी है. शुक्रवार को जब देशभर में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन हुआ उस दिन दिल्ली में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी थी.
दिल्ली में स्थिति कंट्रोल में है- अरविंद केजरीवाल
देश के कुछ राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों और नीति आयोग की रिपोर्ट में कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच दिल्ली सरकार का स्कूल खोलने का निर्णय क्या सही है? इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अरविंद ने कहा कि आज दिल्ली में स्थिति कंट्रोल में है. एक समय पेरेंट्स को भी यह चिंता थी वह कहते थे कि हमें बच्चों की चिंता है, अभी स्कूल मत खोलना. लेकिन अब पेरेंट्स भी आकर कहते हैं कि जल्दी-जल्दी स्कूल खोलें ताकि बच्चों की पढ़ाई शुरू हो सके.
अभी दिल्ली में 40 या 50 केस आ रहे हैं और हम 70 हज़ार टेस्ट रोज़ करते हैं. स्थिति अभी कंट्रोल में है लेकिन हम इस पर लगातार नजर रखेंगे. स्कूल धीरे-धीरे खोल रहे हैं अगर दोबारा बंद करने की जरूरत पड़ी तो देखते हैं. अगर स्थिति सामान्य रहती है तीसरी लहर नहीं आती है तो अच्छी बात है सारे स्कूल कॉलेज खुल जाएंगे...
स्कूल खुलने को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि 1 सितंबर की तैयारी है स्कूल, कॉलेज और कुछ संस्थान खुलेंगे. उसकी बकायदा SOP हम जारी करेंगे. किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा. अगर कोई स्कूल नहीं आना चाहता और ऑनलाइन क्लास करना चाहता है तो उसको ऑनलाइन क्लास की भी सुविधा दी जाएगी.
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