नई दिल्ली: देश की राजधानी में पिछले कुछ दिनों में वायु की गुणवत्ता खराब हुई है जिससे सरकार की चिंता बढ़ी है. ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे उपायों पर नजर रखने के लिए दिल्ली सचिवालय में एक ग्रीन वॉर रूम बनाया गया है. सचिवालय के 7वें फ्लोर पर इस वॉर रूम को तैयार किया गया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वाॅर रूम का उद्घाटन किया.
कैसे काम करेगा 'ग्रीन वॉर रूम'
5 अक्टूबर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान शुरू किया है. दिल्ली के अंदर प्रदूषण से संबंधित अलग-अलग एजेंसियां है, इन सभी लोगों को को-ऑर्डिनेट करने के लिए ये सेंट्रलाइज्ड वार रूम शुरू किया गया है. वाॅर रूम में मुख्य तौर पर तीन मॉनिटरिंग स्क्रीन लगाई गई हैं.
5 अक्टूबर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान शुरू किया है. दिल्ली के अंदर प्रदूषण से संबंधित अलग-अलग एजेंसियां है, इन सभी लोगों को को-ऑर्डिनेट करने के लिए ये सेंट्रलाइज्ड वार रूम शुरू किया गया है. वाॅर रूम में मुख्य तौर पर तीन मॉनिटरिंग स्क्रीन लगाई गई हैं.
- पहली स्क्रीन पर दिल्ली सरकार के 40 रियल टाइम एयर क्वालिटी इंडेक्स मानिटर हैं. इनका विश्लेषण करने का काम किया जायेगा. PM10, PM2.5, सल्फर ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, ओजोन और हवा की गति उस समय क्या है, इसकी निगरानी करने का काम किया जाएगा.
- दूसरी स्क्रीन में दिल्ली के अंदर चिंहित 13 हॉटस्पॉट दिखाई देंगे जिन्हें वाॅर रूम से मॉनिटर करने का काम किया जायेगा. वाॅर रूम से देखा जा सकता है कि हॉटस्पॉट एरिया में क्या प्रगति चल रही है और क्या-क्या समस्याएं आ रही हैं. इनके समाधान के प्रयास भी किये जाएंगे.
- तीसरी स्क्रीन पर NASA और ISRO की विंडो है. दोनों सैटेलाइट पर वॉर रूम से नजर रखी जाएगी कि देश के अंदर, खास तौर पर दिल्ली के पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में कहां पर कितना पराली या कूड़ा जलाया जा रहा है. इस स्क्रीन पर सेटेलाइट के माध्यम से जो रिपोर्ट आ रही हैं, उनका विश्लेषण करने का काम किया जाएगा.
वॉर रूम का संचालन 10 विशेषज्ञों की टीम करेगी
पूरे वाॅर रूम को संचालित करने के लिए 10 लोगों की टीम बनाई गई है. DPCC के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मोहन जॉर्ज और डॉक्टर बी.एल चावला के नेतृत्व में यह टीम बनाई गई है. इस टीम में पर्यावरण मंत्रालय के प्रतिनिधि समेत डीडीसी के एडवाइजर, रिसर्च फेलो, पर्यावरण पर काम कर रहे एनजीओ और इंजीनियर शामिल हैं.
ये कमेटी वाॅर रूम के सभी चीजों कोआर्डिनेट करने और उसे लागू करने का काम करेगी. ये टीम रोज़ाना रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री, पर्यावरण मंत्री और मुख्य सचिव पर्यावरण को सौंपेगी. जिसके आधार पर सरकार आगे का एक्शन प्लान तैयार कर सकेगी.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक आगामी दिनों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 'ग्रीन दिल्ली ऐप' लांच करेंगे. उस एप पर पूरी दिल्ली के अंदर से शिकायत आएंगी. वॉर रूम में उन शिकायतों की भी निगरानी की जाएगी. शिकायतों का समाधान निकाल कर उसे लागू कराने का प्रयास करेंगे. साथ ही मैकेनिकल रोड स्वीपिंग, स्प्रिंकलिंग का काम जो नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के सहयोग से शुरू हो रहा है, उस पर भी वॉर रूम में जीपीएस के माध्यम से निगरानी की जाएगी. मॉनिटरिंग के आधार पर एक्शन प्लान बनाया जाएगा.