Delhi Seemapuri IED Case Update: दिल्ली के गाजीपुर और ओल्ड सीमापुरी इलाके में घर से मिले IED मामले की तफ्तीश के तार सिर्फ दिल्ली तक नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश से जुड़ रहे हैं. हिंदुस्तान के खिलाफ इस साजिश के आरोपी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े होने की बात सामने आई है.


जांच के दौरान पता चला है कि, जो विस्फोटक गाजीपुर मंडी से बरामद हुआ था, उसके ट्रेसेस सीमापुरी से मिले IED, हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में हुए कार ब्लास्ट से जुड़ रहे हैं. शक है कि ये विस्फोटक पंजाब बॉर्डर के जरिये पाकिस्तान से हिंदुस्तान के अलग-अलग शहरों में भेजा गया. साथ ही पता चला है कि साजिश को अंजाम देने की जिम्मेदारी जम्मू-कश्मीर में मौजूद स्लीपर सेल को दी गयी थी.


सूत्रों के मुताबिक देश मे मौजूद आतंकी संगठनों के स्लीपर सेल आईएसआई की शह पर बड़े धमाकों को अंजाम देने की फिराक में है. सूत्रों का कहना है कि इतनी बडी मात्रा में आरडीएक्स बिना लोकल सपोर्ट के लाना संभव नही है.


ISI की इस साजिश के तारों को सुलझाते हुए उत्तर प्रदेश की ATS भी आज सीमापुरी के मकान नम्बर D-49 तक पहुंची जहां से इस मकान में रहने वाले संदिग्ध किरायेदारों की जानकारी इकट्ठा की. इस मामले में संदिग्ध आतंकियों की पहचान के लिए स्पेशल सेल भी आसपास लगे 700 से ज्यादा सीसीटीवी की फुटेज खंगाल चुकी है. पुलिस D-49 के मालिक से भी पूछताछ कर संदिग्धों का सुराग पता लगाने में जुटी है.


दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से ये आईईडी बनाया गया है, उससे साफ है कि ये एक ही जगह असेम्बल किया गया. पुलिस को इस बात का अंदेशा है कि ये आईईडी पाकिस्तान बॉर्डर पर असेंबल किया गया और फिर राजस्थान, पंजाब और कश्मीर के रास्ते इसे दिल्ली पहुंचाया गया. सूत्रों का कहना है कि ये बेहद सॉफिस्टिकेटेड IED है और आमतौर पर इसे माइनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है. दिल्ली पुलिस लोकल लोगों की भी पहचान करने में जुटी है, जिन्होंने इस मॉड्यूल की मदद की है. पुलिस फरार चारों संदिग्ध आतंकियों के स्केच भी मकान मालिक की मदद से बनवाने में जुटी है.