Delhi Service Bill: दिल्ली सेवा बिल पर सरकार को मिला BJD और YSR कांग्रेस का साथ, जयंत चौधरी के कदम ने चौंकाया
Delhi Ordinance Bill: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक-2023 सोमवार को राज्यसभा में पास हो गया. बिल पर चर्चा के दौरान जोरदार हंगामा हुआ.
Delhi Ordinance Bill Passed: बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए (NDA) सरकार ने विपक्षी गठबंधन इंडिया (INDIA) को बड़ा झटका देते हुए राज्यसभा में दिल्ली सेवा पास करा लिया. बिल के समर्थन में 131 और विरोध में 102 वोट पड़े. सोमवार (7 अगस्त) को इस बिल पर चर्चा के दौरान जोरदार हंगामा हुआ. दोनों तरफ से एक-दूसरे पर तीखा हमला किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पहले ही दावा किया था कि ये बिल राज्यसभा में भी पास हो जाएगा.
अमित शाह ने कहा था कि 2024 में एक बार फिर बहुमत से पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आने वाली है. उन्होंने दावा किया था कि विपक्षी गठबंधन इंडिया जल्द टूटने वाला है. बिल पास होने के बाद अरविंद केजरीवाल विपक्षी गठबंधन से अलग हो जाएंगे. राज्यसभा में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) विधेयक-2023 पास होने को विपक्षी गठबंधन की बड़ी हार के तौर पर देखा जा रहा है.
राज्यसभा में विपक्षी गठबंधन को लगा झटका
आम आदमी पार्टी समेत विपक्षी गठबंधन इंडिया के अन्य दलों ने बिल पेश होने से पहले दावा किया था कि सरकार इस बिल को पास नहीं करा पाएगी. जबकि सरकार ने लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी विपक्षी गठबंधन को मात देते हुए बिल पास करा लिया.
बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस ने दिया सरकार का साथ
बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस ने इस बिल पर सरकार का समर्थन किया है. सूत्रों के अनुसार, जयंत चौधरी ने दिल्ली सेव बिल की वोटिंग से एब्स्ट्रेन किया यानी वोटिंग के वक्त वे सदन में मौजूद नहीं थे. सूत्रों का कहना है कि जयंत चौधरी बीजेपी के संपर्क में हैं. उन्होंने आगामी आम चुनाव में पांच लोकसभा सीट मांग की है.
#WATCH | Rajya Sabha passes Delhi Services Bill with Ayes-131, Noes-102. pic.twitter.com/9Zv4jzi8IF
— ANI (@ANI) August 7, 2023
बिल पर हुई क्रॉस वोटिंग?
माना जा रहा है कि बिल पर मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग भी हुई. राज्यसभा में बिल के पक्ष में 131 और विरोध में 102 वोट पड़े. ऐसे में सवाल ये है कि विपक्ष का जो आंकड़ा 105 लग रहा था वह 102 तक कैसे गिर गया और सत्ता पक्ष का जो आंकड़ा 129 तक दिख रहा था वह 131 तक कैसे पहुंचा. बीआरएस सांसद के केशव राव ने कहा कि हमने दो बातें स्पष्ट कर दी हैं- हम विधेयक का विरोध कर रहे हैं और हम इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं.
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