Mallikarjun Kharge Remarks: राज्यसभा में सोमवार (7 अगस्त) को दिल्ली अध्यादेश से जुड़े विधेयक पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने पक्ष रखा तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कुछ ऐसा तंज कस दिया कि थोड़ी देर के लिए उच्च सदन का माहौल बहस के दौरान नरम हो गया और सांसद मुस्कुराने लगे. 


दरअसल, सुधांशु त्रिवेदी ने भाषण के दौरान कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को लेकर कई बार शेर-ओ-शायरी का इस्तेमाल किया. जब उन्होंने भाषण खत्म किया तो राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अचानक अपनी सीट से उठे और कहा, ''त्रिवेदी ने बड़े जोश के साथ और बहुत शेरो-शायरी के साथ बात कही.''


'हमारे पास चतुर्वेदी हैं'- मल्लिकार्जुन खरगे


कांग्रेस नेता खरगे ने कहा, ''त्रिवेदी ने शेरो-शायरी के साथ बहुत लंबी तकरीर की. अगर आप त्रिवेदी हैं तो हमारे पास चतुर्वेदी हैं.'' कांग्रेस अध्यक्ष के इतना कहते ही राज्यसभा अध्यक्ष जगदीश धनखड़ मुस्करा उठे और सदन में मौजूद बाकी नेता भी हंस पड़े.  


मल्लिकार्जुन खरगे की इस बात पर सभापति जगदीश धनखड़ ने कहा, ''माननीय प्रतिपक्ष के नेता जी, डॉक्टर अभिषेक मनु सिंघवी ने कवि का काम ज्यादा किया, वकील का कम किया, कितना कवि का काम आपने किया.''


सुधांशु त्रिवेदी क्या बोले?


दिल्ली अध्यादेश से जुड़े विधेयक का समर्थन करते हुए और आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर तंज कसते हुए राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ''सारे विपक्ष को देखकर विस्मय होता है. कांग्रेस पार्टी, जिसकी तीन राज्यों में स्थिति ये रही कि गुजरात में कांग्रेस का वोट हाफ कर दिया, पंजाब में इनका स्विच ऑफ कर दिया, दिल्ली में साफ कर दिया और आपने इनको माफ कर दिया.'' उन्होंने कहा, ''आप साथ आए हैं, दिल्ली के इस बिल पे भी, दिल्ली की जनता के लिए आए हैं या किसी और कारण से आए हैं, ये दिल्ली की समझदार जनता समझती है.''  


सुधांशु त्रिवेदी की शायरी


अपने भाषण के दौरान सुधांशु त्रिवेदी ने शायराना अंदाज में कहा, ''शाम तक सुबह की नजरों से उतर जाते हैं, कितने समझौतों पर जीते हैं कि जमीर भी मर जाते हैं.'' उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ''न तुम ही मिले, न मयस्सर तुम्हारी दीद हुई, तुम ही कहो कि ये मुहर्रम हुई कि ईद हुई.''


केंद्र सरकार क्यों लाई ये बिल?


सुप्रीम कोर्ट की ओर से प्रशासन में 'सेवाओं' का नियंत्रण आम आदमी पार्टी वाली दिल्ली सरकार को दिए जाने के बाद मई में केंद्र सरकार ने 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश, 2023' लाई थी. राज्यसभा में पेश किया गया विधेयक इसी अध्यादेश की जगह लेगा, जो दिल्ली सरकार में वरिष्ठ अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग से संबंधित है.


इससे पहले गुरुवार (3 अगस्त) को यह विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है. अब संसद के मानसून सत्र के आखिरी हफ्ते की कार्यवाही के दौरान केंद्र सरकार इसे राज्यसभा में लाई है.


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