दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ट्वीट करके राजधानी में प्रदूषण को देखते हुए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से शहर के स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद करने पर विचार करने को कहा था.
पर्यावरण संस्था ईपीसीए ने की पार्किंग शुल्क बनाने की सिफारिश
- दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए अब पर्यावरण संस्था ईपीसीए ने दिल्ली-एनसीआर में पार्किंग शुल्क चार गुना करने की सिफारिश की है.
- ईपीसीए ने कहा है कि दिल्ली-एनसीआर में धूल से होने वाले प्रदूषण के नियमों का उल्लंघन करने वाली सड़क निर्माण एजेंसियों पर 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाए.
- इतना ही नहीं ईपीसीए ने दिल्ली मेट्रो को कम से कम दस दिनों के लिए कम व्यस्त घंटों के दौरान किराये कम करने और बोगियां लगाने का भी निर्देश दिया है.
ऑड-ईवन जैसे कदमों की तैयारी शुरु करे दिल्ली सरकार- ईपीसीए
ईपीसीए ने यह भी कहा कि दिल्ली-एनसीआर सरकारों को प्रदूषण बढ़ने पर निर्माण कार्य पर रोक लगाने और ऑड-ईवन जैसे कदमों की तैयारी शुरू करनी चाहिए.
दिल्ली में अचानक से बढ़े प्रदूषण पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने कहा कि हवा में नमी का बढ़ा हुआ स्तर स्थानीय स्रोतों से होने वाले उत्सर्जन से मिल गया है और हवा नहीं बहने के कारण इसने शहर को अपनी चपेट में ले लिया है.
एनजीटी ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और यूपी सरकार को लगाई फटकार
धुंध की वजह से लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. धुंध के चलते मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात बनने लगे हैं. गंभीर हालतों को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा है कि आखिर उन्होंने इस हालात से निपटने के लिए क्या तैयारियां की हुई थी.
12 नवम्बर तक दिल्ली में रहेगी धुंध- मौसम विभाग
मौसम विभाग का कहना है कि ये स्मॉग है जो प्रदूषण की वजह से है. हालात कुछ ऐसे हैं कि थोड़ी दूर तक देखना भी मुश्किल हो रहा है. वहीं, पर्यावरण मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, 12 नवम्बर तक दिल्ली में धुंध रहेगी और दो दिन बाद मौसम और स्मॉग की और भी बुरी स्थिति होगी.
यह भी पढ़ें-
दिल्ली: जहरीली धुंध का कहर, केजरीवाल ने कहा- स्कूलों में हो छुट्टी, IMA ने हेल्थ इमरजेंसी का एलान किया
सावधान: दिल्ली-एनसीआर में जहरीली हुई हवा, स्मॉग से हालात हुए खतरनाक