दिल्ली: होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों की मदद के लिए आगे आई यह संस्था, घर तक पहुंचा रही खाना
ऑटो के जरिए अलग-अलग इलाकों में ये खाना डिलीवर होता है. खाने को पैक करते समय भी सभी लोग मास्क और ग्लव्स का इस्तेमाल करतें हैं.
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नई दिल्ली: एक ओर जहां पूरा देश कोरोना से जंग लड़ रहा है वहीं कुछ लोग आगे बढ़ कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कोविड-19 मरीज़ों को हर तरह से मदद पहुंचा रहे हैं. दिल्ली के मयूर विहार स्थित जैन समाज समिति की तरफ से ऐसी पहल की गई है जिस के तहत होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना के मरीज़ों तक खाना पहुंचाने का काम किया जा रहा है. इस समिति में लगभग 15 लोग शामिल हैं जो मयूर विहार, आई. पी. एक्सटेंशन के साथ-साथ कई इलाकों में लंच और डिनर को डोर स्टेप पर डिलीवर करवातें हैं.
इस पहल के तहत काम करने वाले सुबोध जैन लंच और डिनर लगभग 150 लोगों तक पहुंचा रहें हैं. सुबह और शाम दोनों समय रसोई में खाना बनाया जाता है और खाना बनाने के समय हर तरह का ध्यान रखा जाता है. रसोई में देसी घी और मूंगफली का तेल इस्तेमाल होता है. खाना बनाने के लिए कम मसालों और तेल का इस्तेमाल होता है.
ऑटो के जरिए पहुंचाते हैं खाना
ऑटो के जरिए अलग-अलग इलाकों में ये खाना डिलीवर होता है. खाने को पैक करते समय भी सभी लोग मास्क और ग्लव्स का इस्तेमाल करतें हैं. इस पहल को चलाने वाले सुबोध जैन ने बताया के व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए सारी प्रक्रिया संभव होती है. अकेले होम आइसोलेशन में रहने वाले या जिनके पूरे परिवार को कोरोना हुआ है उनको खाना पहुंचाया जाता है. इस वाट्सअप ग्रुप पर लोग क्या खाना है, खाना कैसा है, सभी जानकारी दे सकतें हैं.
सुबोध जैन ने बताया कि जब यह पहल शुरू हुई थी तो 35 लोगों तक खाना पहुंचाया जा रहा था और अब 150 लोगों तक. धीरे धीरे लोग जुड़ते जा रहें हैं. उनका कहना है कि हर कोई कोरोना से जूझ रहे लोगों से अलग रहता है. होम आइसोलेशन में कभी-कभी सोसाइटी के गार्ड भी खाना नहीं पहुंचाते जिस वजह से ये एक ज़रूरी कदम था और जब तक कोरोना का ये भयावह दौर नहीं चला जाता तब तक ये पहल जारी रहेगी.
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