नई दिल्ली: जामिया विश्वविद्यालय परिसर के बाहर शुक्रवार को हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारी नागरिकता संशोधन कानून की खिलाफत करने पहुंचे. दोपहर को जुमे की नमाज होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने जामिया का रूख किया. जामिया, जाकिर नगर, ओखला, शाहीन बाग व आसपास की कई मस्जिदों से हजारों लोग सीधे जामिया के गेट नंबर 7 के आसपास जुटना शुरू हुए. हाथों में सीएए विरोधी बैनर थामे व जमकर नारेबाजी कर रही भीड़ देखते ही देखते करीब एक किलोमीटर लंबे इलाके में फैल गई.


जामिया में जुटी भीड़ को कई छात्रों ने लाउडस्पीकर पर संबोधित किया. लाउड स्पीकर से ही सीएए व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की गई. यहां मौजूद लोगों में सीएए के अलावा एनआरसी को लेकर भी काफी नाराजगी दिखी.जामिया के बाहर की सड़क के दोनों ओर चप्पे चप्पे पर प्रदर्शनकारियों का हुजुम था.


दोपहर साढ़े तीन बजे तक प्रदर्शनकारियों का यहां जुटना जारी रहा. जामिया के बाहर तब तक प्रदर्शनकारियों का आना जारी रहा जब तक की यहां सड़के प्रदर्शनकारियों से भर नहीं गई. जामिया के बाहर जगह न मिलने पर लोगों ने जामिया से शाहीन बाग की ओर जाने वाली सड़क का रूख किया.


शुक्रवार के प्रदर्शन में खास बात यह रही कि हजारों की भीड़ होने के बावजूद विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर हो रहे प्रदर्शन का नेतृत्व छात्राओं व महिला कार्यकर्ताओं ने किया. ये छात्राएं सुबह से ही यहां मौजूद रही. हालांकि दोपहर को बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यहां पहुंचे, लेकिन मुख्य द्वार पर ये महिलाए शाम तक अपने विरोध पर डटी रहीं.


संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया, सीमापुरी, जंतर-मंतर, इंडिया गेट और पूर्वोत्तर दिल्ली के सीलमपुर समेत कई इलाकों में प्रदर्शन हुए. सीलमपुर में मंगलवार को भी हिंसक प्रदर्शन हुए थे.


दरियागंज में प्रदर्शनकारियों ने नए कानून को रद्द करने की मांग को लेकर “कमीज उतार कर” प्रदर्शन किया. कई प्रदर्शनकारियों ने प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ भी प्रदर्शन किया. पुलिस ने कहा कि सीमापुरी इलाके से लोगों के एक समूह द्वारा पथराव किये जाने का मामला सामने आया जहां पुलिस के एक अतिरिक्त उपायुक्त को मामूली चोट आई है. प्रदर्शनों और निषेधाज्ञा के मद्देनजर शहर में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को ट्रैफिक जाम रहा. शहर में इस कानून के खिलाफ गुरुवार को भी कई जगहों पर प्रदर्शन हुए थे.


सीएए के विरोध में प्रदर्शनों में भाग लेने जा रहे लोगों की आवाजाही नियंत्रित करने के लिहाज से राजीव चौक, चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद और दिल्ली गेट सहित कम से कम 18 स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट शुक्रवार को बंद कर दिए. लोगों की भीड़ पर नजर रखने के लिये पुलिस ने कई जगह ड्रोन भी तैनात किये थे.


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