नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 24 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल बरामद की गई हैं. आरोपियों के नाम भुवनेश उर्फ चमना, रॉकेश और चंद्र वीर है. इनके कब्जे से चोरी की कार भी बरामद की गई है, जिसमें सवार होकर ये तीनों हथियारों की खेप की सप्लाई करने के लिए पहुंचे थे. भुवनेश उर्फ चमना ने बी फार्मा किया हुआ है और वह बाउंसर की नौकरी भी कर चुका है. लॉक डाउन में उसकी नौकरी चली गयी थी, जिसके बाद से वह अपराधियों के संपर्क में आया और हथियार तस्कर बन गया.


क्या है पुलिस का कहना


स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने बताया कि एसीपी जसवीर सिंह की टीम को सूचना मिली कि हथियार तस्करी से जुड़े एक अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन लोग रोहिणी हेलिपैड के नजदीक आने वाले हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने एक वैगन-आर कार को चिन्हित किया. जिसमें से दो युवक नीचे उतरे. उनके कंधे पर बैग थे.


तस्करी की डील के लिए इस्तेमाल होने वाले मोबाइल फोन, सिमकार्ड्स और एक कार भी बरामद की गई है. कार चला रहे व्यक्ति चंद्र वीर ने बताया कि उसे हर चक्कर के पैसे दिए जाते थे. जिस वैगनआर कार में सप्लायर सवार थे, वह राजौरी गार्डन इलाके से चोरी पाई गई.


एक पिस्तौल के लिए मिलते थे 15 हजार


पुलिस का दावा है कि आरोपी चमना ने पूछताछ में खुलासा किया है कि एक पिस्तौल की तस्करी के बदले उसे 15 हजार रुपए मिलते थे. वह बुरहानपुर, एमपी के हथियार तस्कर राकेश के लिए काम करता था. वह दिल्ली, मेरठ आदि के बदमाशों को हथियार सप्लाई कर रहा था. एक पिस्तौल 25 से 35 हजार रुपये के बीच बेची जा रही थी.


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