Tihar Inmate Suicide: कोर्ट ने सुनाई सजा, कुछ घंटो बाद तिहाड़ जेल में फंदे से लटका मिला शख्स
Tihar Inmate Suicide: देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक तिहाड़ जेल में एक कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसका शव जेल के बाथरूम से बरामद किया गया है.
Tihar Inmate Suicide: दिल्ली की तिहाड़ जेल से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने अदालत से दोषी ठहराए जाने के कुछ देर बाद आत्महत्या कर ली. तिहाड़ जेल अधिकारियों ने मंगलवार (23 मई) को बताया कि कैदी ने सोमवार (22 मई) को सुसाइड किया था. इसकी उम्र महज 26 साल थी. उन्होंने कहा कि कैदी को लूट के मामले में अदालत ने दोषी ठहराया था. जिसके कुछ घंटे बाद ही जेल के बाथरूम में लटका हुआ पाया गया.
जेल अधिकारियों ने बताया कि कैदी की पहचान जावेद के रूप में हुई है. तिहाड़ जेल के डायरेक्टर जनरल संजय बनिवाल ने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जावेद ने कैदियों के कॉमन बाथरूम में शाम 5 बजे कपड़े की मदद से फांसी लगा ली. घटना की जानकारी के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने जावेद को मृत घोषित कर दिया.
सजा का आदेश के बाद गहरे सदमे में था जावेद
वहीं, तिहाड़ जेल के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जावेद के साथ रहने वाले कैदियों का कहना है कि सजा का आदेश मिलने के बाद से वो गहरे सदमे में था. अदालत से आने के बाद वह रो रहा था. जिसके बाद वह शाम को बाथरूम गया. जहां उसने पतले कपड़ों को एक साथ मरोड़ कर मोटी रस्सी बनाई और फांसी लगा ली. उन्होंने कहा कि जेल के बाथरूम में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हुए है, जिसकी वजह से किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.
2016 के एक मामले में दोषी दिया था करार
संजय बनिवाल ने बताया कि दिल्ली के मालवीय नगर थाने में दर्ज लूट के 2016 के एक मामले में एडिशनल सेशन जज-2 (फास्ट ट्रैक कोर्ट) ने जावेद को दोषी करार दिया था. उन्होंने कहा कि मामले से संबंधित अदालत को घटना के बारे में बता दिया गया है. साथ ही मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी गई है. बनिवाल ने बताया कि जावेद के खिलाफ इंडियन पैनल कोर्ट (आईपीसी) की धारा 392 (लूटपाट), 397 (मौत या गंभीर चोट पहुंचाने के प्रयास के साथ डकैती), 411 (बेईमानी से चोरी की संपत्ति प्राप्त करना) और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार 2019 में दिल्ली की विभिन्न जेलों (तिहाड़, मंडोली और रोहिणी) से आत्महत्या के आठ मामले दर्ज किए गए. 2020 में ऐसे दस मामले दर्ज किए गए, जबकि 2021 में आठ मामले दर्ज किए गए.
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