नई दिल्ली: ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी आज जाम नगर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे हैं. पश्चिम बंगाल में एक कथित कोयला घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने अभिषेक बनर्जी को पूछताछ के लिए बुलाया है. अभिषेक बनर्जी को ईडी अधिकारियों ने पीएमएलए एक्ट के तहत लिखित में शपथ लिखवाई कि वे अपने बयानों के दौरान कोई भी गलत जानकारी नहीं देंगे और यदि वे ऐसा करते हैं तो इसके लिए खुद जिम्मेदार होंगे. ईडी दफ्तर के पिछले गेट पर अभिषेक बनर्जी की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी बड़ी संख्या में तैनात हैं.


दिल्ली पहुंचने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी राजनीतिक बदला ले रही है. जांच को लेकर अभिषेक बनर्जी ने कहा, ''मैं किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं.''


ईडी ने सीबीआई की नवंबर 2020 की प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद यह मामला दायर किया था. सीबीआई का आरोप है कि आसनसोल के आसपास ईस्टर्न कोलफील्ड की कुछ खदानों से करोड़ों रुपये के कोयले की चोरी की गयी है. इस मामले में अनूप मांझी उर्फ लाला को मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है.


"आरोप साबित हो गए तो फांसी पर लटक जाउंगा"
एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने अपने एक बयान में कहा था कि अगर कोई केंद्रीय एजेंसी किसी भी अवैध लेन-देन में उनकी संलिप्तता को साबित कर दे, तो वह खुद को फांसी पर लटका लेंगे. ईडी के सामने पेश होने के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने बीजेपी पर राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद राजनीतिक प्रतिशोध में शामिल होने का आरोप लगाया.


इससे पहले 1 सितंबर को अभिषेक की पत्नी रुजिरा को ईडी के सामने पेश होना था लेकिन उन्होंने मौजूदा कोविड स्थिति का हवाला देते हुए दिल्ली में ईडी के सामने पेश होने में असमर्थता जतायी थी. इसके साथ ही उन्होंने एजेंसी के अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे उनके कोलकाता स्थित आवास पर आकर पूछताछ करें. 


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