दिल्ली 31 मई से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. ये एलान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया है. DDMA की बैठक में दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया पर चर्चा हुई, जिसके बाद ये फैसला लिया गया कि पहले चरण में प्रोडक्शन और मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट समेत कंस्ट्रक्शन साइट को काम करने की इजाजत दी जाएगी.


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले और पॉजिटिविटी दर कम हो रही है. यह समय है धीरे-धीरे अनलॉकिंग करने का. ऐसा ना हो कि लोग कोरोना से बच जाएं और भुखमरी से बेहाल हो जाए. आज उपराज्यपाल की अध्यक्षता में DDMA की मीटिंग हुई जिसमें लॉकडाउन खोलने को लेकर निर्णय लिए गए. अब हम धीरे धीरे लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं. अनलॉक में सबसे पहले प्रवासी मजदूरों का ख्याल रखना है. यह मजदूर सबसे ज्यादा कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी और फैक्ट्रियों में काम करते हैं. अगले 1 हफ्ते के लिए कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी और फैक्ट्री को खोला जा रहा है.


अनलॉक में इन्हें मिली काम करने की इजाजत-
1) स्वीकृत इंडस्ट्रियल एरिया में बंद परिसर में मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्शन यूनिट चलाई जा सकेगी
2) जिन कंस्ट्रक्शन साइट पर वर्कर्स बाउंड्री के अंदर काम कर रहे हैं वहां निर्माण कार्य की अनुमति होगी


क्या होंगी शर्तें-



  • थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा

  • वर्क आवर्स अलग-अलग शिफ्ट में होंगे ताकि एक समय पर ज्यादा भीड़ न हो

  • डीएम के द्वारा रैंडम RT-PCR और रैपिड टेस्ट कराए जाएंगे

  • सभी लेबर्स और वर्कर को कोविड अपप्रोप्रियेट बिहेवियर जैसे मास्क लगाना सोशल डिस्टेंसिंग बरतना अनिवार्य होगा. डीएम के अधीन स्पेशल टीम बनाई जाएंगी जो समय समय पर निरीक्षण करेंगी.

  • वर्कर्स को e-पास के जरिए पब्लिक और प्राइवेट व्हीकल से मूवमेंट की इजाजत होगी.

  • थोक में e-पास बनाने का प्रावधान किया जाएगा. जिसके तहत फैक्टरी मालिक अपने वर्कर्स की डिटेल के साथ ऑनलाइन पोर्टल पर e-पास के लिए आवेदन कर सकेंगे.

  • नियम उल्लंघन करने पर मैनुफैक्चरिंग यूनिट या कंस्ट्रक्शन साइट को बन्द भी किया जा सकता है और DDMA एक्ट के तहत कार्रवाई भी की जाएगी.


आगे अनलॉक की प्रक्रिया पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हर हफ्ते हम जनता के सुझावों के आधार पर और एक्सपर्ट के विचारों के आधार पर धीरे-धीरे लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया जारी रखेंगे. लेकिन ये ध्यान रखना होगा कि कोरोना फिर से ना बढ़ने लगे. अगर मामले फिर से बढ़ने लगे तो हमको इस प्रक्रिया को रोकना होगा. सभी को एहतियात बरतने की ज़रूरत है. लॉकडाउन मजबूरी में लगाया जाता है हम नहीं लगाना चाहते. जब तक जरूरत ना हो तब तक घर से बाहर ना निकले. हम सब को जिम्मेदारी के साथ आचरण करना है. 


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