दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जिंदा दिल को दिया कॉरिडोर, सिर्फ 12 मिनट में एयरपोर्ट से पहुंचे एम्स
एम्स प्रशासन ने दिल्ली पुलिस से गुजारिश की थी कि अगर समय रहते इस जिंदादिल को एयरपोर्ट से अस्पताल नहीं लाया गया तो यह दिल बेकार हो जाएगा.
दिल्ली में किसान आंदोलन चल रहा है और दिल्ली के कई बॉर्डर बंद है. इसकी वजह से राजधानी में ट्रैफिक कि समस्या भी बेहद बढ़ गयी है. इसी ट्रैफिक जाम के बीच दिल्ली पुलिस ने वडोदरा से दिल्ली ट्रांसप्लांट के लिए लाए गए जिंदा दिल को कोरिडोर दिया और दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एंबुलेंस को एस्कोर्ट करते हुए महज 12 मिनट एम्स अस्पताल ले आई. इंडिगो की फ्लाइट 6E2512 से दोपहर 2.30 बजे T2 टर्मिनल से दिल लाया गया.
दरअसल, एम्स प्रशासन की तरफ से दिल्ली पुलिस को इस जिंदादिल के बारे में जानकारी दी गई थी. एम्स प्रशासन ने दिल्ली पुलिस से गुजारिश की थी कि अगर समय रहते इस जिंदादिल को एयरपोर्ट से अस्पताल नहीं लाया गया तो यह दिल बेकार हो जाएगा. इस जिंदादिल को एक युवक में ट्रांसप्लांट किया जाना था, जिससे उसकी जान बचाई जा सके. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तुरंत अलर्ट होते हुए 2 टीमें बनाई, जिनमें से एक टीम ने एयरपोर्ट टर्मिनल पर पहुंचकर उस एंबुलेंस को एस्कॉर्ट किया.
इसमें इस जिंदा दिल को रखकर दिल्ली लाया गया था. साथ ही दूसरी टीम ने रास्तों से ट्रैफिक को क्लियर करने का काम किया और 18.5 किलोमीटर का रास्ता महज 12 मिनट में पूरा कर जिंदा दिल को अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की. दिल्ली पुलिस ने पहले भी कई बार दिया है ग्रीन कॉरिडोर.
दिल्ली पुलिस ने कोरोना महामारी के दौरान भी लाखों लोगों को खाना खिला कर मानवता का काम किया था. इस कोरोना वायरस में जिस तरीके से फ्रंट वारियर बनते हुए दिल्ली पुलिस ने काम किया उसने उसकी छवि सुधारने का काम किया है और इस तरीके से अब यह ग्रीन कॉरिडोर भी बेहद सख्त और अकड़ कहीं जाने वाली दिल्ली पुलिस का दूसरा चेहरा दिखाती है.