Delhi Government Vs LG: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने शनिवार (20 मई) को केंद्र सरकार के दिल्ली के अधिकारियों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए लाए गए विवादास्पद अध्यादेश को अपमानजनक बताया.
हालांकि, उमर अब्दुल्ला ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया, ''जब जम्मू और कश्मीर राज्य को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा गया था तो ये खुशी-खुशी बीजेपी के साथ थे, जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो उसी में गिरता है."
सांसद राघव चड्ढा का केंद्र पर हमला
दरअसल, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "आगे क्या, एक संवैधानिक संशोधन के जरिये कोई भी राज्य जो एक गैर-बीजेपी सरकार को सत्ता में लाता है, उसकी विधायिका छीन ली जाएगी. इतना ही नहीं, राज्य को एक केंद्र प्रशासित क्षेत्र में भी बदल दिया जाएगा?"
उमर अब्दुल्ला ने दिया जवाब
राघव चड्ढा के इसी बयान पर नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने जवाब देते हुए लिखा, "दिल्ली के साथ जो किया गया है वह अपमानजनक है और सहकारी फेडरलिज्म की भावना के खिलाफ है. राघव ने जो कहा, यह शर्म की बात है कि आम आदमी पार्टी ने अगस्त 2019 में जब जम्मू और कश्मीर राज्य को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा गया था तो ये खुशी-खुशी बीजेपी के साथ थी. जम्मू-कश्मीर को बांटकर केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया और लोगों को 5 साल के लिए बेदखल कर दिया गया. जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो उसी में गिरता है."
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में पुलिस, कानून-व्यवस्था और जमीन को छोड़कर अन्य सभी सेवाओं का नियंत्रण दिल्ली सरकार को सौंप दिया था. कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार केजरीवाल सरकार के पास है. मगर, केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटते हुए अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर शुक्रवार (19 मई) को अध्यादेश लेकर आ गई.