Delhi Triple Murder Case: दिल्ली के हरिनगर (Hari Nagar) में हुए ट्रिपल मर्डर मामले (Triple Murder Case) में पुलिस ने तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपी का नाम मनीष कुमार बताया जा रहा है. मनीष ने तिहरे हत्याकांड के आरोपियों को मोटरसाइकिल मुहिया कराई थी. इसके अलावा हत्या के समय वह आहूजा दंपति के घर के बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहा था. पुलिस ने इसके पास से स्प्लेंडर बाइक बरामद की है, जिस पर सवार होकर आरोपी अपराध को अंजाम देने आए थे.
राजधानी दिल्ली के हरिनगर इलाके में मंगलवार (1 नवंबर) को एक घर के अंदर तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. दिन दहाड़े हुए इस ट्रिपल मर्डर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. मरने वालों में दंपति व घर में काम करने वाली मेड शामिल है. दंपति का नाम समीर आहूजा (38) व शालू आहूजा (35) था, जबकि मेड का नाम सपना (33) था. पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों सचिन (19), सुजीत (21) और मुख्य आरोपी मनीष कुमार (20) को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि इस ट्रिपल मर्डर का कारण मुख्य आरोपी व उसकी महिला मित्र को नौकरी से हटाना था. पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, घर से चोरी किया गया आई फ़ोन 13प्रो, खून से सने कपड़े जैसे तौलिया आदि बरामद किए हैं.
क्या है मामला?
वेस्ट जिले के डीसीपी घनश्याम बंसल (DCP Ghanshyam Bansal) ने बताया कि मंगलवार (1 नवंबर) सुबह पुलिस को कॉल मिली कि हरि नगर थाना क्षेत्र के अशोक नगर में मकान संख्या 57/1 में चोरी होने की सूचना मिली थी. पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि ग्राउंड फ्लोर पर स्थित ब्यूटी पार्लर में दो महिलाओं शालू आहूजा और सपना के शव पड़े थे. इसके बाद पता चला कि फर्स्ट फ्लोर पर बेडरूम में एक पुरुष समीर आहूजा का शव पड़ा है.
पुलिस को ये कॉल घर में ड्राइवर के तौर पर काम करने वाले शख्स पंकज जैन ने की थी. दंपति की 2 से 3 साल की बेटी सुरक्षित मिली, जो अलग रूम में सोई हुई थी. उसे रिश्तेदारों के सुपुर्द कर दिया गया. समीर आहूजा के सिर पर भारी वस्तु से वार किया गया था, जबकि दोनों महिलाओं के गले रेत कर उनकी हत्या कर दी गई थी.
शुरुआत में चोरी या लूट के मामले से जांच को शुरू किया गया
पुलिस का कहना है कि इस तिहरे हत्याकांड की जांच की शुरुआत में ऐसा प्रतीत हुआ जैसे वारदात लूट के मकसद से अंजाम दी गई है, क्योंकि सामान इधर-उधर बिखरा हुआ था. पुलिस जांच में कुछ ऐसा क्लू सामने आया जिससे शक हुआ कि इस तिहरे हत्याकांड में किसी परिचित के शामिल होने की आशंका है, जिसके बाद हर एंगल को ध्यान में रखते हुए जांच को शुरू किया गया.
घर में ली गई थी फ्रेंडली एंट्री
क्लू कुछ और नहीं बल्कि ये था कि अपराधियों ने घर के अंदर फ्रेंडली एंट्री ली थी. घर में इलेक्ट्रॉनिक लॉक से लैस दरवाजा लगा है, जो अंदर से खुलता है और तभी खोला जाता है, जब बाहर वाला कोई परिचित हो या फिर उसे बुलाया गया हो. ये क्लू सामने आने के बाद जांच का एंगल पूरी तरीके से बदल गया. इसके बाद ऐसे लोगों का पता लगाया गया जो कहीं ना कहीं आहूजा दंपति को जानते हों या फिर इनके यहां पर काम कर चुके हों. इसके अलावा मौके के हालात को देख पता चला कि ब्यूटी पार्लर में चाय के तीन कप भी रखे हुए थे. चाय ताजी बनाई गई थी. इससे घर में फ्रैंडली एंट्री के संकेत मिले. मौके पर पुलिस ने क्राइम, एफएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम को बुलाकर जांच पड़ताल की.
अपराधी घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर भी ले गए थे
पुलिस ने बताया कि इस हत्या में शामिल अपराधियों को ये तक पता था कि घर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर कहां रखा है. आरोपी उस डीवीआर को भी अपने साथ ले गए. हालांकि आस पड़ोस में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से काफी मदद मिली और आरोपियों की तस्वीर भी उसमें स्पष्ट नजर आई. जिसके बाद अहम सुराग भी हाथ लगा.
एक युवक को पहचाना
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जो सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे उनको जब बारीकी से देखा गया तो एक युवक को पहचाना गया और ये पता चला कि वह युवक कुछ दिन पहले तक शालू आहूजा के ब्यूटी पार्लर में नौकरी करता था. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दो बाइक भी नजर आई, जिन पर वे युवक सवार थे और आहूजा दंपति के घर से कुछ दूरी पर ही उन्होंने बाइकों को खड़ा किया था.
सचिन और सुजीत ने बताया क्यों की गई तीनों की हत्या
डीसीपी घनश्याम बंसल ने बताया कि सचिन और सुजीत से पूछताछ में खुलासा हुआ कि इस वारदात का मास्टरमाइंड शालू आहूजा के ब्यूटी पार्लर में काम करता था. एक युवती भी उस ब्यूटी पार्लर में काम करती थी. लगभग 10 दिन पहले दोनों को नौकरी से निकाल दिया गया था. इतना ही नहीं समीर आहूजा ने दोनों को डांटा भी था. ये बात मुख्य आरोपी को नागवार गुजरी और उसने इस अपमान का बदला लेने की ठान ली. उसने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर आहूजा दंपति की हत्या करने की साजिश रची. साजिश के तहत मंगलवार सुबह यानी 1 नवंबर को इस साजिश को अंजाम दे दिया गया.
सुबह लगभग 8 बजे घर में घुसे और 9 बजे हुए फरार
डीसीपी घनश्याम बंसल ने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि सुबह लगभग 8 बजे सभी आरोपी आहूजा दंपति के घर में दाखिल हुए. सबसे पहले मुख्य आरोपी ने गेट खुलवाया, क्योंकि उसे आहूजा दंपति पहले से जानते थे इसलिए दरवाजा खोल दिया गया. मुख्य-आरोपी को इस बात का भी ज्ञान था कि दरवाजा इलेक्ट्रॉनिक लॉक से लैस है, इसलिए उसने दरवाजा पूरी तरीके से बंद नहीं किया और इसी का फायदा उठाते हुए अन्य सभी आरोपी घर के अंदर दाखिल हो गए. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने घर के अंदर से आईफोन, कुछ नकदी आदि भी चोरी किए और फिर लगभग 9:00 बजे सभी फरार हो गए.
एक महीने पहले ही शुरू किया था ब्यूटी पार्लर
हरि नगर के अशोक नगर इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि आहूजा दंपति 8/9 महीने पहले ही इस घर में रहने के लिए आए थे. वे लोग किसी से ज्यादा संपर्क नहीं रखते थे. इसलिए उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. लगभग 1 महीने पहले नवरात्रों में ही इस घर में ब्यूटी पार्लर खोला गया था, जिसका नाम काव्या ब्यूटी मेकओवर रखा गया था. वहीं पुलिस का कहना है कि शालू अहूजा ब्यूटी पार्लर चलाया करती थी और समीर आहूजा का गारमेंट्स का बिजनेस था.
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